सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी के बूढ़ा तालाब धरनास्थल पर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में बुद्धिजीवी वर्ग सड़क पर उतरे. छत्तीसगढ़ सिविल सोसाइटी के बैनर तले आयोजित सभा में प्रदेश भर के डॉक्टर्स, इंजीनियर्स, अध्यापक, वक़ील और चार्टर्ड एकाउंटेंट और लॉ यूनिवर्सिटी के आंकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे. बुद्धिजीवियों ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों को गुमराह कर ज़बरन राजनीतिक मुद्दा बनाया गया है. क़ानून को पढ़े समझें फिर राय बनाए और कही सुनी बातों को इग्नोर करें.

प्रदीप सोलंकी ने बताया कि हर बुद्धिजीवी चाहता है कि वो देश हित के लिए कार्य करें. कार्य करने के लिए एक बैनर की ज़रूरत होती है. इसलिए पंद्रहबीस दिनों के अंदर सिविल सोसायटी एवं प्रोफ़ेशनल छत्तीसगढ़ बनाया गया. जिसमें स्वतः प्रदेश भर के सैकड़ों बुद्धिजीवी लोग जुड़े. आज हम देश हित के लिए नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में सभा कर रहे हैं. लोगों को समझा रहे हैं कि यह क़ानून देश हित में कैसे है.

वर्तमान में देश भर में षड्यंत्रपूर्वक सीएए को लेकर हंगामा मचा हुआ है. बवाल चल रहा है. सीएए पर चर्चा करने की कोई ज़रूरत ही नहीं है. जबरन इसे मुद्दा बनाया गया है. जब देश के दोनों सदनों ने मुहर लगा दी है राष्ट्रपति ने पास कर दिया है तो कुछ चंद लोग इसका विरोध कर रहे हैं. इसलिए आज हम लोगों को बता रहे हैं कि उनके बाहकावे में न आए.