रायपुर. आरडीए की वित्तीय बेहद खराब है. आरडीए के पास महीने की तनख्वाह देने के लिए पैसे नहीं हैं. आरडीए ने अपनी खराब वित्तीय स्थिति को लेकर एक रिपोर्ट भेजी जिसमें खराब वित्तीय स्थिति के लिए कमल विहार और इंद्रप्रस्थ योजना को बताया गया है. पत्र में बताया गया है कि आरडीए की स्थिति इतनी खराब है कि उसके पास कर्मचारियों को देने के लिए वेतन भी नहीं है. इसी तरह रिटायर कर्मचारियों के 82 लाख का एरियर्स बकाया है.
रिपोर्ट की कॉपी लल्लूराम डॉट काम के पास है. जिसमें इस बात का जिक्र है जो लोन सेंट्रल बैंक से कमल विहार के लिए लिया गया था. वो एनपीए घोषित हो चुका है. इसी तरह इस महीने इंद्रप्रस्थ 2 योजना के लिए यूनियन बैंक से लिया गया लोन भी एनपीए घोषित होने की आशंका ज़ाहिर की गई है. पत्र में कहा गया है कि भूखंडों की बिक्री न होने से आरडीए लोन और उसके ब्याज का भुगतान नहीं हो पा रहा है.
पत्र में पुरानी योजनाओं के भूखंडों और भवनों की संतोषजनक बिक्री न होने और बकाया राशि की पर्याप्त वसूली ना हो पाने पर चिंता ज़ाहिर की गई है. वित्तीय स्थिति को लेकर लिखे गए पत्र में कहा गया है कि प्राधिकरण के जनरल खाते में 30 लाख की राशि है. जबकि भुगतान के लिए लंबित देयकों की राशि 36.94 लाख है. वेतन के लिए 72 लाख की राशि है जबकि वेतन में 78 लाख रुपयों की आवश्यकता है.
हैरानी की बात है कि इस खराब वित्तीय हालात में भी आरडीए को महीने के 25 लाख रुपये प्लेसमैंट एजेंसी के माध्यम से कर्मचारियों के भुगतान करना पड़ रहा है.