रायपुर. स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने कहा है कि राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद में एक हजार शिक्षकों को स्पोकन इंग्लिश का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. आगामी शिक्षा सत्र 2020-21 से कक्षा पहली से बारहवीं तक जिला मुख्यालय सुकमा में इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन किया जाएगा. डॉ. शुक्ला ने जिला मुख्यालय सुकमा के सभाकक्ष में स्कूल शिक्षा विभाग के काम-काज की समीक्षा की. उन्होंने जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान प्राथमिक शाला पावारास ईजीएल क्लास का अवलोकन किया और बच्चों से चर्चा की. बैठक में कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षक उपस्थित थे.

प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने कहा कि स्कूलों में प्रत्येक सोमवार को संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया जाए और बच्चों से इस संबंध में कम से कम 5 प्रश्न पूछे जाए. उन्होंने कहा कि संकुल स्तर पर बच्चों को पठन-पाठन का मूल्यांकन माताएं करेंगी. संकुल, विकासखण्ड स्तर और जिला स्तर पर स्कूलों को सम्मानित किया जाएगा. कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों को पाठ्यक्रम स्थानीय बोली, भाषा द्विभाषा में अनुवाद सिखाने के लिए वीडियो के माध्यम से पढ़ाई पर जोर दिया.

उन्होंने कहा कि स्कूल में शैक्षणिक वातावरण निर्माण के लिए उचित होगा कि शिक्षक कक्षा पहली और दूसरी के बच्चों से स्थानीय बोली-भाषा में बात करें. संकुल स्तर पर स्थानीय बोली गोण्डी, हल्बी, दोरली, ध्रूरवा बोली के प्रशिक्षण का आयोजन किया जाए. स्कूल अंतर्गत बोली भाषा बोलने वाले का सर्वे कर उसकी जानकारी संकिलित की जाए. बच्चों को रोचक ढंग से शिक्षा प्रदान करने के लिए शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय स्तर पर यू-ट्यूब के माध्यम से भी शिक्षा दी जाए. उन्होंने कहा कि भाषा ज्ञान के लिए अप्रैल माह से पठन विषय पर विशेष कक्षा संचालित की जाए.