रायपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित भाजपा नेताओं के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्रपिता देश भक्त और संविधान पर भाजपा का असली चेहरा बेनकाब हुआ है. कभी अनंत हेगडे कभी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और कभी योगी आदित्यनाथ भाजपा और संघ की वास्तविक तस्वीर बेनकाब कर ही देते हैं. सच्चाई यह है कि चुनावी फायदे के लिये भाजपा और आरएसएस सांप्रदायिकता भड़काने में ही लगे हुए हैं. सच्चाई यह है कि 1857 के स्वतंत्रता के प्रथम संग्राम से लेकर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन तक हिंदू और मुसलमानों ने मिलकर देश की आजादी की लड़ाई लड़ी. अगर देश की आजादी के लिए चंद्रशेखर आजाद और सरदार भगत सिंह शहीद हुए तो क्रांतिकारी अशफाक उल्लाखा ने भी हंसते हंसते फांसी के फंदे को चूमा था.

आजादी की लड़ाई हिन्दु, मुसलमान, सिक्ख, ईसाई सबने मिलकर लड़ी है. आजाद हिंद फौज के कर्नल शाहनवाज हुसैन, वामपंथी विचारधारा के क्रांतिकारी अशफाक उल्लाखां, मौलाना आजाद रफी अहमद किदवई एनीबीसेंट जैसे आजादी के लिये सबकुछ न्यौछावर करने वालों का अपमान करने का भाजपा नेताओं को कोई अधिकार नहीं. आज चुनावी फायदे के लिए भाजपा के नेता देश की आजादी की लड़ाई में हिंदू मुसलमान सिक्ख ईसाई सभी धर्मों के लोगों की भूमिका को झूठलाने का काम कर रहे हैं. सच तो यह है कि अंनत हेगडे, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर और योगी आदित्यनाथ जैसों की राजनीतिक विचारधारा के लोगों के आजादी की लड़ाई में कोई भूमिका नहीं निभाई और अंग्रेजों के इशारे पर जिन्ना के साथ मिलकर फूट डालो राजनीति में सहयोगी की भूमिका निभाई. आज राजनीतिक फायदे के लिए धर्म को लड़ाकर सांप्रदायिक विचारधारा के लोग राजनीतिक लाभ उठाने में लगे हैं, लेकिन इससे देश ही कमजोर होता है.

आज राष्ट्रभक्त बनने दूसरों को देशद्रोही साबित करने की विचारधारा में लगे हुए लोग यह तो बताएं कि इस विचारधारा के नेताओं की देशभक्ति आजादी की लड़ाई के दौरान क्यों सोई हुई थी? अंग्रेजों की फूट डालो राज करो की नीति में मुसलमानों की तरफ से जिन्ना और हिंदुओं की तरफ से कौन सहयोग कर रहा था इसको पूरा देश जानता और समझता है. आज के संदर्भों में भी हम भारत के लोग जिन्ना और सांवरकर इन्हीं के मानने वालों के नये किरदार को बखूबी जान और पहचान रहे है.

प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने चेतावनी दी है कि फूट डालो राज करो में अंग्रेजों की चमचों की भूमिका में रहे लोग देश प्रेम का सर्टिफिकेट बांटने वाले ना बने. जिन्होंने तिरंगे का विरोध किया जिन्होंने संविधान का विरोध किया जिन्होंने भारत छोड़ो आंदोलन का विरोध किया ऐसे लोग आज राष्ट्रवाद के झूठे मसीहा बनने की कोशिश न करें. राष्ट्रवाद के झूठे मसीहा बनने वाले राष्ट्र विरोधियों की हकीकत और इनके वैचारिक खोखलेपन को पूरा देश बखूबी जानता और समझता है.

पाकिस्तान नहीं जाने वालों ने भारत पर कोई उपकार नहीं किया है. बोलने वाले योगी आदित्यनाथ के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि योगी आदित्यनाथ बताये साम्प्रदायिक ताकतों ने और आजादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेजों की मद्दगार की भूमिका निभाकर देश पर कौन सा उपकार किया है. जो पाकिस्तान चाहते थे वे चले गए पाकिस्तान. भारत में वह मुसलमान रहे हैं, जिन्होंने भारत को अपना वतन अपना देश अपना सब कुछ माना. भारत में वह मुसलमान रहे जो तिरंगे झंडे तले अंग्रेजों के खिलाफ आजादी की लड़ाई में लड़ते रहे जूझते रहे. उस समय अंग्रेजों की मददगार रही सांप्रदायिक विचारधारा आज इन देशभक्तों का अपमान करने में लगी हुई है जिसे भारत की जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी.

भाजपा सांसद अनंत हेगड़े के बयान पर प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अंग्रेजो के चमचों और जासूसों  से राष्ट्रयिता को प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है. स्वतंत्रता संग्राम को ड्रामा कहकर भाजपा सांसद हेगड़े ने जलियावाला बाग के शहींदों से लेकर सविनय अवज्ञा आंदोलन नमक सत्याग्रह और अंग्रेजो भारत छोड़ो आंदोलन तक में हुई शहादतों अंग्रेजों की यातनाये भोगने वाले आौर कारावास भोगने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान किया है.