रायपुर। धान खरीदी मामले को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. खाद्य मंत्री अमरजीत भगत के बयान को लेकर बीजेपी ने बड़ा आरोप लगाया है. प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने कहा कि मंत्री अमरजीत भगत का ये कहना कि खरीदी की तारीख नहीं बढ़ाई जाएगी, कांग्रेस सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाती. उन्होंने कहा कि पंचायत चुनाव निपटते कांग्रेस का नकाब उतर गया है. कांग्रेस ने अब अपना असल चेहरा दिखा दिया है. कांग्रेस का यही चरित्र है. बीजेपी लगातार कांग्रेस की मंशा को लेकर सवाल उठाती रही है.

उसेंडी ने कहा कि किसानों को धान ख़रीदी के नाम पर ख़ून के आँसू रुलाने वाली सरकार ने धान ख़रीदी की मियाद नहीं बढ़ाने का एलान करके अपने निकम्मेपन का ही परिचय दिया है. पहले धान ख़रीदी एक माह विलंब से शुरू की गई और किसानों का पूरा धान 25सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर पर ख़रीदने से बचने के लिए नित-नए नियमों के तुगलकी फ़रमानों का छल-प्रपंच रचा गया, धान की लिमिट तय करके किसानों को चिंता में डाला, धान का रक़बा घटाने तक का शर्मनाक कृत्य तक किया, ख़रीदी केंद्रों से धान का समय पर उठाव नहीं करके धान ख़रीदी में दिक़्क़तें पैदा कीं और इस तरह पिछले वर्ष के मुक़ाबले इस साल लाखों मीटरिक टन धान कम ख़रीदा गया। श्री उसेंडी ने कहा कि खाद्य मंत्री का यह एलान किसानों के साथ दग़ाबाज़ी का प्रदेश सरकार द्वारा लिखा गया काला अध्याय है और कांग्रेस को इस दग़ाबाज़ी की समय पर भारी क़ीमत तो चुकानी ही पड़ेगी.

उन्होंने ने कहा कि पंचायत चुनावों के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने धान ख़रीदी की समय-सीमा बढ़ाने की बात कही थी, तो अब मुख्यमंत्री को यह सफ़ाई देनी ही होगी कि उनके वादे के बावजूद उनकी सरकार के मंत्री किस आधार पर समय-सीमा नहीं बढ़ाने की बात कह रहे हैं? मुख्यमंत्री यह भी स्पष्ट करें उनका मियाद बढ़ाने का वादा क्या गंगाजल की क़सम की तरह झूठा था और क्या पंचायत चुनावों के मद्देनज़र उन्होंने एक बार फिर किसानों के साथ छलावा करने की धृष्टता नहीं की है? और, यदि खाद्य मंत्री का एलान सरकार का अधिकृत बयान है तो मुख्यमंत्री ख़ुद ही साफ-साफ यह प्रदेश को बताएँ कि वे या उनके खाद्य मंत्री में कौन किसानों को झूठ बोलकर ठगने पर आमादा है?