ग्रेटर नोएडा. दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में ऑटो एक्सपो के 15वें एडिशन का आगाज़ 5 फरवरी से हो गया है. दुनिया भर से कार निर्माता नई से नई ऑटो टेक्नॉलोजी और खूबसूरत कारें लेकर आए हैं. कारों के इस जमावड़े के बीच रिलायंस जियो ने ‘कनेक्टेड व्हीकल इको सिस्टम’ पेश किया है. 4G कनेक्टिविटी पर आधारित इस इको सिस्टम में डिवाइसेज और प्लेटफॉर्म के साथ डेटा एनालिटिक्स की भी तकनीक प्रदर्शित की गई है.
आपकी ड्राइविंग अच्छी है या खराब यह अब कनेक्टेड कार आपको बताएगी. डेशकैम के डाटा का विश्लेषण कर, ड्राइवर को कार ड्राइव करने में मदद भी करेगी. साथ ही जियो तकनीक से कनेक्टेड कार सड़क पर आने वाले खतरों से भी ड्राइवर को आगाह करेगी ताकी कीमती जिंदगिया बचाई जा सकें. जियो ने इस तकनीक को ‘एडवांस ड्राइवर असिसटेंट सिस्टम’ का नाम दिया है.
रिलायंस जियो ने ‘ऑनबोर्ड डायग्नॉस्टिक कार कनेक्ट’ नाम का एक डिवाइस भी ऑटो एक्सपो में प्रदर्शित किया है. यह कार के ऑन बोर्ड पोर्ट में आसानी से फिट हो जाता है. सिम से लैस यह डिवाइस कार को वाई-फाई जोन में बदल देगा. जिससे 8 मोबाइल या अन्य डिवाइस कनेक्ट किए जा सकते हैं.
इसके अलावा कार के मल्टीपल सेंसर्स को भी इस डिवाइस से कनेक्ट किया जा सकता है. तो अब आप कार की हर एक हरकत को और उसके रखरखाव के बारे में इन्फॉर्मेशन को अपने मोबाइल पर देख सकेंगे.
कार में कितना ईंधन बचा है या फिर कार का कोई दरवाजा तो नही खुला इसकी भी जानकारी आप तक आपकी कनेक्टेड कार पहुंचा देगी. कार को ट्रेक करना भी अब आसाना हो जाएगा. वाई-फाई कनेक्टिविटी के साथ इन्फोटेनमेंट तो मिलेगा ही.
रिलायंस जियो की यह तकनीक जियो की 4जी वोल्टी तकनीक पर चलेगी. ट्राई के मुताबिक जियो के 4जी तकनीक की कवरेज देश में सबसे अधिक है. कार मालिकों के अलावा इसका फायदा किराए की कारों का बड़ा कारोबार चलाने वाले व्यापारियों को भी होगा. जिन्हें कार की ट्रेकिंग के अलावा उसकी स्पीड, माइलेज का भी ध्यान रखना पड़ता है.