सत्यपाल सिंह,रायपुर। राजधानी रायपुर में समग्र शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार एवं कबाड़ से जुगाड़ प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. जहाँ पुस्तक विमोचन प्रदर्शनी एवं शिक्षकों का सम्मान शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह ने किया. पंडित दीन दयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित प्रदर्शनी का शिक्षा मंत्री ने सभी प्रदर्शनियों का अवलोकन किया और मॉडल बनाने वाले शिक्षकों की सराहना भी किया.

स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेम साय सिंह टेकाम ने कहा कि ये जो शिक्षक मॉडल लेकर पहुँचे हैं, वो किसी वैज्ञानिक से कम नहीं है. कबाड़ से एक बढ़कर एक मॉडल बनाया गया है. आज के बच्चे भविष्य के वैज्ञानिक हैं. लगभग सभी मॉडल का अपना एक थीम है. तार्किक और मनोवैज्ञानिक सोच के साथ मॉडल बनाया गया है. आज नवाचार की आवश्यकता है शिक्षकों की अनुभव और उनके सोच से बच्चों का विकास संभव हैं. बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है, उसे निखारने की जरूरत है, देश भर के मॉडल में से रायपुर के 7 मॉडल का चयन हुआ है. साथ ही कहा कि आज बच्चों में प्रश्न पूछने में बच्चे घबरा रहें है, इसको विकास करना है, बच्चों का विकास शिक्षकों के नवाचार से संभव है.

रायपुर शंकर नगर संकुल के शास. बुनियादी पूर्व मा.शाला खम्हारडीह की शिक्षिका कामिनी साहू के द्बारा निर्मित टी.एल.एम. मॉडल की शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेम साय सिंह टेकाम ने सराहना की. उन्होंने पपेट शो देखा तथा इसके शैक्षणिक प्रयोग को विद्यार्थियों हेतु अत्यंत उपयोगी बताया, तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की.

शिक्षिका कामिनी साहू ने बताया कि नवाचारी मॉडल वेस्ट पेपर, फ़ोम एंड वेस्ट पेंसिल, बॉल के द्वारा मॉडल तैयार किया गया है. बोलती कठपुतलियाँ जिसे आज तक लोग डान्स के प्रयोग करते रहे हैं लेकिन पढ़ाई में इसका उपयोग किया जा सकता है. इसको मॉडल के थ्रू शिक्षिका ने शिक्षा मंत्री के सामने रखी. कैसे बच्चों को पढ़ाई की ओर रुचि जागृत और सोचने की क्षमता बढ़ाने के लिए की मॉडल सहायक हो सकता है.