रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि हमारा कोसा दुनिया भर में विख्यात है. इसके पीछे देवांगन समाज की कड़ी मेहनत है. इसके साथ ही वस्त्र व्यवसाय में लगे समाज के लोगों को डिजाइनर कपड़ों की ओर भी रुख करना चाहिए ताकि उन्हें विस्तृत बाजार का लाभ मिल पाए. बाजार की उपलब्धता की दिशा में शासन द्वारा पूरी मदद की जाएगी. वे आज पाटन में परमेश्वरी महोत्सव को सम्बोधित कर रहे थे.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी मैं दंतेवाड़ा गया. वहां पर मैंने स्व-सहायता समूह की महिलाओं का काम देखा. वे कपड़े डिजाइन कर रही हैं और इसे बंगलुरू और चेन्नई में भी भेज रही हैं. इसका अच्छा बाजार इन शहरों में बन गया है. हमारा परंपरागत वस्त्र कौशल शानदार है. इसमें नए जमाने के वस्त्र प्रयोगों के मुताबिक डिजाइन बनाये जाएं तो बड़ी आर्थिक संभावनाएं पैदा होंगी. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के उत्पादों की विशिष्ट मांग बाजार में है. केवल देश में ही नहीं, विदेशों में भी. इनके व्यावसायिक संभावनाओं के विस्तार के लिए हमने बीते दिनों रायपुर में सेलर्स-बॉयर्स प्रोग्राम का आयोजन किया था, इसमें 16 देशों की 48 कंपनियों ने हिस्सा लिया. विदेशों में छत्तीसगढ़ के कोदो, कुटकी तथा सांवा की भारी डिमांड है. यह उत्पाद हेल्थ सेक्टर में काफी उपयोगी हैं. इसी प्रकार छत्तीसगढ़ के कपड़ों में भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार की काफी रुचि है. अब समय आ गया है कि अपने हुनर को बड़ा प्लेटफॉर्म दें। शासन आपके पूरे सहयोग के लिए वचनबद्ध है.

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी हाल ही में खराब मौसम के चलते किसानों को धान बेचने में किसी तरह की असुविधा होने की स्थिति को देखते हुए खरीदी को एक सप्ताह बढ़ाने का निर्णय भी शासन द्वारा लिया गया. उन्होंने कहा कि किसानों के खाते में धान खरीदी की शेष राशि का भुगतान भी शीघ्र कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि किसानों का संतोष और सुख सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उनके हितों को देखते हुए ही निर्णय शासन द्वारा लिए जाते हैं.