न्यूयार्क, अमेरिका. अमेरिका के न्यू हैंपशायर में हुए पहले प्राइमरी चुनाव में सोशलिस्ट बर्नी सैंडर्स ने कड़े मुकाबले में जीत हासिल की है. इससे पहले उन्होंने लोवा का कॉकस भी कड़े मुकाबले में जीत का दावा किया है. बर्नी सैंडर्स को उनके विरोधी वामपंथी कहते हैं जबकि वो खुद को लोकतांत्रिक समाजवादी कहते हैं.

वर्मोंट के सीनेटर बर्नी सैंडर्स ने कड़े मुकाबले में पीट बुटीगीग ने उन्हें कड़ी टक्कर दी. इस जीत में बड़ा योगदान युवाओं और अश्वेतों का रहा. जिन्होंने बड़ी संख्या में बर्नी को वोट दिया. शुक्रवार को हुई डिबेट में शानदार प्रदर्शन करने वाली एमी क्लोबुचर को तीसरा स्थान मिला है. बुटिगीग और क्लोबुचर को स्वतंत्र वोट बड़ी मात्रा में मिले हैं.

हालांकि 2016 के प्राइमरी में न्यू हैंपशायर में बर्नी ने बीस से ज़्यादा अंको से जीत हासिल की थी. पड़ोसी राज्य के सीनेटर होने की वजह से उम्मीद की जा रही थी कि बर्नी यहां बेहतर प्रदर्शन करेंगे. लेकिन जब मंगलवार की रात को नतीजे आए तो आश्चर्यजनक रुप से बुटीगीग ने उन्हें कड़ी टक्कर दी.

बर्नी सैंडर्स ने इस जीत को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हार का आगाज़ बताया है. उन्होंने अपने डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंदियों को बधाई देते हुए आरोप लगाया कि उनके विरोधियों को अरबपति उद्योगपतियों का खूब समर्थन मिल रहा है.

बर्नी ने कहा कि उनकी जीत की उम्मीद का आधार अभूतपूर्व ग्रासरुट अभियान है. जिसमें लाखों लोग जुड़े हुए हैं. उन्होंने ये बात चुनाव की रात हुई पार्टी में संबोधित करते हुए कही.

उन्होंने कहा – ”हम इसलिए जीतने जा रहे हैं कि हम अभूतपूर्व अलग-अलग आयुवर्ग, अलग-अलग नस्लों को साथ लेकर एक राजनीतिक अभियान में जोड़ा है.”

इस चुनाव के बाद सभी उम्मीदवारों ने अपना ध्यान नवादा और दक्षिण कैर्लिफोनिया राज्य पर लगा दिया है. जहां अगले चरण में चुनाव है. सैंडर्स की ये जीत अमेरिका के उन सभी चुनावी और राजनीतिक पंडित को गलत साबित कर दिया है. जिन्होंने अक्टूबर में सैंडर्स को हार्ट अटैक आने के बाद खारिज कर दिया था.