रायपुर। क्रेडाई की ओर से शनिवार को नया रायपुर में ‘न्यू इण्डिया समिट’ के तीसरे संस्करण का आयोजन किया. कार्यक्रम में मध्यम से छोटे शहरों में रिएल्टी डेवलपर्स के सामने आने वाली चुनौतियों के समाधान पर चर्चा की गई. कार्यक्रम में परिवहन, आवास एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर, छत्तीसगढ़ रेरा चीफ विवेक धंद, उद्योग जगत और क्रेडाई लीडरशिप टीम से अन्य दिग्गज मौजूद थे.
कार्यक्रम के दौरान ‘क्रेडाई आवास एप’ लांच किया गया. यह अपनी तरह का पहला प्रोजेक्ट डिस्कवरी प्लेटफॉर्म है, जो भारत में घर खरीदने की प्रक्रिया को पारदर्शी एवं आसान बनाएगा. इस एप के जरिए भावी खरीदार अपनी पंसदीदा परियोजना को चुन सकेंगे, साथ ही बिना थर्ड पार्टी की सहायता के डेवलपर से सीधे संपर्क कर सकेंगे. यह 220 शहरों की परियोजनाओं को दर्शाएगा और देश भर से 20 हजार क्रेडाई डेवलपर इसके साथ जुड़ेंगे. आवास एप को एप्पल के एप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.
इस अवसर पर क्रेडाई ने देश भर में 2021 तक 75 हजार मजदूरों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसमें से 50 फीसदी छोटे शहरों से होंगे. इस अवसर पर आयोजित पत्रकार वार्ता में क्रेडाई के चेयरमैन जैक्से शाह ने कहा कि निर्माण एवं रियल एस्टेट सेक्टर देश के सकल घरेलू उत्पाद में बड़ा योगदान देता है. साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था की नई रीढ़ है. क्रेडाई आवास ऐप इसी दिशा में एक कदम है, जो कारोबार की सुगमता को बढ़ावा देगा तथा भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में घर खरीदने की प्रक्रिया को आसान बनाएगा.
क्रेडाई के अध्यक्ष सतीश मगर ने कहा कि रियल एस्टेट सेगमेन्ट के हर पहलु पर ध्यान देना ज़रूरी है. सेगमेन्ट में बेहतर डिजिटलीकरण को देखते हुए हमारा मानना है कि क्रेडाई आवास एप का लॉन्च भारत में सम्पत्ति खरीदने की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाएगा, क्योंकि इस प्लेटफॉर्म पर सिर्फ रेरा पंजीकृत परियोजनाएं ही सूचीबद्ध हैं. उन्होंने कहा की सेक्टर के विकास को सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है कि सिस्टम में कुशल श्रम की कमी की समस्या को हल किया जाए.
क्रेडाई एमएसएमई विंग के चेयरमैन आनंद सिंघानिया ने कहा कि भारत के तीव्र विकास एवं शहरीकरण के रूझानों को देखते हुए नए शहरों के विकास की आवश्यकता है. खासतौर पर बड़े शहरों पर बोझ बढ़ रहा है, ऐसे में नए शहरी केन्द्रों का निर्माण बेहद महत्वपूर्ण है. छोटे शहरों में विकास के इसी एजेंडा को ध्यान में रखते हुए क्रेडाई ने विशेष एमएसएमई विंग बनाई है. क्रेडाई 2022 तक सब के लिए आवास के सरकार के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए छोटे शहरों के डेवलपर्स को सहयोग प्रदान करता रहेगा.