रमेश सिन्हा, पिथौरा. महासमुंद जिले के किशनपुर हत्याकांड का नाम सुनते ही जेहन कांप उठता है. एक ही रात पति-पत्नी और दो बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. वारदात से परिजनों को जो जख्म मिला, वह अभी तक सूख नहीं पाया है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है. हत्याकांड की सही तरीके से जांच नहीं की गई. इसी के चलते असंतुष्ट परिजन मंगलवार को साईकिल यात्रा निकालकर सीएम भूपेश बघेल से मिलने निकले. वे मुख्यमंत्री से शेष आरोपियों को पकड़ने के लिए सीबीआई जांच कराने की मांग करने निकले थे. लेकिन पुलिस ने परिजनों को रास्ते में ही रोक लिया. इस दौरान परिजनों और पुलिस के बीच जमकर हंगामा हुआ. पुलिस सभी को उठाकर थाना ले आई. थाने में एसपी व परिजनों के बीच घंटों चर्चा हुई.

मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि मेरे बेटा, बहु व दो बच्चों के कई कातिल फरार है. जिसको पुलिस अभी तक पकड़ नहीं रही है.
पांच आरोपी गिरफ्तार हुए है और आरोपी है, उनकी भी गिरफ्तारी होनी चाहिए. हत्यारों को फांसी होनी चाहिए. मामले की सीबीआई जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

महासमुंद एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने कहा कि योग माया मडर्र कांड की जांच पूरी हो गई है. सभी पांच आरोपियों को जेल भेजा जा चुका है. बारिकी से जांच हुई है. केस से जुडे़ सभी लोगों से पूछताछ की गई है. केस की सुनवाई न्यायालय में शुरू हो गई है. परिजनों द्वारा बिना अनुमति के साईकल रैली निकाली गई थी, सुरक्षा के दृष्टिकोण से रोका गया है.

बता दें कि किशनपुर उप स्वास्थ्य केन्द्र में 30 और 31 मई 2018  की वह काली रात जिसमें चेतन साहू, उनकी पत्नी योगमाया साहू और दोनों बच्चों की दर्दनाक तरीके से हत्या कर दी गई थी. मृतक चेतन साहू की पत्नी किशनपुर उपस्वास्थ्य केन्द्र में एएनएम के पद पर पदस्थ थीं. समाज के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि हत्याकांड के बाद पोस्टमार्टम में मृत महिला का योनी परीक्षण भी नहीं किया गया और ना ही महिला चिकित्सक से पीएम कराया गया. पुलिस ने इस हत्याकाण्ड के चालन में फोटोग्राफ्स भी नहीं लगाए थे.

परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि हत्याकांड से जुड़े दो लोगों को पुलिस विभाग द्वारा गवाह बना दिया है. इससे पहले भी आरोपी सुरेश खुंटे और अखंडल प्रधान का मुख्य गवाह बनाया था. वहीं आरोपी धमेन्द्र बरिहा का नार्को सीडी थाने, एसडीओपी और एसपी तीनों कार्यालयों से गायब है. बार-बार मांगने के बाद भी उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है.

समाज के पदाधिकारियों और परिजनों ने हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है. बहरहाल उक्त हत्याकांड में अब तक 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. परिजनों के अनुसार पूरी घटना के मुख्य आरोपी को पुलिस द्वारा बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं. मामले की निष्पक्ष जांच कराने वे सीबीआई जांच करवाने एवं शेष दोषियों को भी गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाने की मांग की जा रही है.