रायपुर- इंकम टैक्स डिपार्टमेंट ने रायपुर के महापौर एजाज ढेबर, अमोलक सिंह भाटिया, रेरा चेयरमेन विवेक ढांड, आईएएस अधिकारी अनिल टूटेजा, गुरूचरण होरा, कमलेश जैन, संध्या संचेती, आबकारी विभाग के ओएसडी ए पी त्रिपाठी समेत कई रसूखदारों के करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में आईटी की बड़ी टीम शामिल है. अचानक छापामार कार्रवाई से राजनीतिक और कारोबारी जगत में हड़कंप मच गया है. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के बीच हुई इस कार्रवाई से कई तरह के सियासी मायने भी निकाने जा रहे हैं.
इंकम टैक्स से जुड़े सूत्र बताते हैं कि इस कार्रवाई के पहले अधिकारियों ने सर्विलेंस रखा हुआ था. कई दिनों के जुटाए इनपुट्स के आधार पर छापे की यह कार्रवाई की गई. सूत्र बताते हैं कि इंटेलीजेंस ब्यूरो के इनपुट्स के आधार पर केंद्रीय इंकम टैक्स ने यह छापा मारा है. बताया जा रहा है कि पाॅलिटिकल फंडिग को लेकर यह बड़ी कार्रवाई की जा रही है. इस छापे के दौरान स्थानीय पुलिस को दूर रखा गया और सीआरपीएफ के दो सौ से अधिक जवानों को इस कार्रवाई में शामिल किया गया है.
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़ में 962 लोगों की सूची इंकम टैक्स डिपार्टमेंट ने तैयार की है, जो हाई रिस्क में हैं. इसमें से 264 नाम छत्तीसगढ़ के हैं. यह वह नाम है, जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में बड़े ट्रांजेक्शन और इनवेस्टमेंट किया है. लेकिन इसके बाद भी अब तक रिटर्न दाखिल नहीं किया. छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त ने कहा था कि पूरी सूची उन्होंने अपने फील्ड अधिकारियों को दे दिया है. जिन लोगों का नाम सूची में है, उनके खिलाफ नोटिस जारी कर उनसे टैक्स वसूला जाए.