सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने दिल्ली हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने कहा कि इतनी संवेदनशील माहौल में आज तक कांग्रेस के किसी भी वरिष्ठ नेता के द्वारा शांति बनाए रखने की अपील नहीं की गई. उकसावे वाले बयान दिए गए हैं. एक दौर था जब कांग्रेस कहती थीं कि सरकार चलाना उन्हीं को आता है. देश की जनता ने उन्हें अच्छी तरह से बता दिया उन्हें विपक्ष की भूमिका निभाने नहीं आता है.

हमें न्यायालय पर भरोसा

पुलिस कर्मी के वीडियो वायरल होने के सवाल पर त्रिवेदी ने कहा कि उच्च न्यायालय ने सभी प्रकार के वीडियो को न्यायिक विवेचना के लिए मांगा है हमें उन पर भरोसा है. दिल्ली हिंसा के लिए जिम्मेदार पर कहा वो जिम्मेदार है जो आज तक ये नहीं बता पाए कि सीएए के कौन से प्रावधान में कौन सा शब्द भारत में किसी नागरिक की नागरिकता ले सकता है, मगर इसके बावजूद उकसावे की कार्रवाई करते रहे, अभी तक किसी ने संयम की अपील नहीं की.

सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर कहा कि आजकल एक विषय आ गया है जब कांग्रेस अध्यक्षा के द्वारा राजधर्म की बात कही जाती है. मैं याद दिलाना चाहता हूं जब आपका राज था तो आपका धर्म क्या था. असम और राजस्थान के सीएम, कांग्रेस के पूर्व पीएम भी हूबहू यही कह रहे थे. नवंबर 1947 में जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में सीएए का प्रस्ताव लाया था और सितंबर 1947 में गांधी ने वक्तव्य दिया था, हमने सब कुछ वहीं किया है.

हम अपनी बात पर कायम है पर ऐसा लगता है आपका धर्म कुछ और राज पाने के लिए कुछ और हो जाता है, इसलिए मैं कहना चाहूंगा राजकाज की बात छोड़कर यदि राष्ट्र धर्म की हम बात करे तो स्थितियां ज्यादा बेहतर हो सकती है.