रायपुर। प्रदेश में जारी आयकर विभाग की छापेमारी का असर सोमवार को विधानसभा में भी देखने को मिला, जहां प्रश्नकाल के सीधे बाद विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव के जरिये इनकम टैक्स छापा का मुद्दा उठाया. विधानसभा अध्यक्ष ने बीजेपी और जनता कांग्रेस की काम रोको प्रस्ताव की सूचना को खारिज किया, जिसके बाद मचे हो-हंगामे के बीच सदन की कार्रवाई पांच मिनट के लिए स्थगित कर दी गई.

भाजपा विधायक ननकी राम कंवर ने सदन में सभी मंत्रियों के ऊपर शासकीय कार्य में बाधा डालने का अपराध दर्ज करने की मांग करते हुए कहा कि केंद्र सरकार को कहीं भी छापा मारने का अधिकार है. जनता कांग्रेस के विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि मात्र 20 गाड़िया क्यों जब्त की गई. कैसे इनकम टैक्स से सरकार अस्थिर हो सकती है. अधिकारियों पर छापे का मंत्रियों को विरोध नहीं करना चाहिए. CBDT का इंतज़ार करना चाहिए.

कांग्रेस विधायक विनय जायसवाल ने कहा कि सभी एजेंसी भारत सरकार के कठपुतली की तरह काम कर रही है. जनता कांग्रेस के अजीत जोगी ने सूत न कपास कहावत को दोहराते हुए कहा कि परिणाम के लिए इंतज़ार करना चाहिए. सरकार के किसी मंत्री पर छापा नहीं है. चोर की दाढ़ी में तिनका कहावत कहते हुए उन्होंने कहा कि CBDT मामले में प्रेस कांफ्रेंस करेगी, अभी से क्यों प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं. संसदीय मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा यह विषय इस सदन के चर्चा का है ही नहीं.

विषय पर सदन में मचे हो-हंगामे के बीच अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत ने कहा कि मुझे सदस्यों को सुनने दिया जाय. भाजपा विधायकों और कांग्रेस विधायकों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए गए. भाजपा विधायक शिव रतन शर्मा ने आईटी छापे का मामला सदन में उठाया, जवाब में कांग्रेस के विधायकों ने पलटवार करते हुए कहा कि पनामा घोटाले की जांच कराए भाजपा. इस पर सदन में हंगामा मच गया.