रुपेश गुप्ता, रायपुर। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायकों द्वारा एक सवाल पूछने पर 10 लाख रुपयों का खर्च आता है. इसकी जानकारी सदन में विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष ने दी.

आसंदी ने सवालों के स्वरूप को लेकर चिंता जताई और विधायकों को निर्देश दिया. विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को ऐसे सवाल से बचने के दिए निर्देश. जिसमें कितने पद खाली हैं और खाली पद कब तक भरे जाएंगे, अध्यक्ष ने हिदायत दी कि विधायकों को ऐसे सवालों से बचना चाहिए.

अध्यक्ष के निर्देश का संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे और अजित जोगी ने भी समर्थन किया. वहीं बीजेपी की ओर से इस तरीके के पाबंदी और सवालों के स्वरूप में कटौती को लेकर आपत्ति की गई. नेता प्रतिपक्षधरमलाल कौशिक और बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने सवालों के स्वरूप पर कटौती किये जाने पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई.