पवन दुर्गम, बीजापुर। 4 करोड़ की लागत के बाद भी पीएमजीएसवाय गुणवत्तापूर्ण सड़क नहीं बना पा रहा है. डेढ़ फीट के बोल्डर, गैरजरूरी ह्यूम पाइप और पेड़ के जड़ों के आसरे विभाग विकास गढ़ रहा है. स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि सड़क की गुणवत्ता को देखने के बाद भी विभाग ने संबंधित ठेकेदार को डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान भी कर दिया है.

बीजापुर के भोपालपटनम ब्लाॅक में नेशनल हाइवे क्रमांक 202 पर बसे देपला गांव से अटूकपल्ली गांव तक पीएएमजीएसवाय द्वारा 9 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि सड़क के निर्माण में तय मानकों और मापदण्डों को ठेंगा दिखाया जा रहा है. तय मापदण्ड के मुताबिक सड़क की चौड़ाई साढे़ सात मीटर होनी थी, लेकिन इस सड़क की चौड़ाई को कई जगह 4 से 5 मीटर में ही सिमटा दिया गया है.

अटूकपल्ली गांव के सरपंच विनोदा कोमरम, राघव कोमराम, मंगिया, महेश कोमराम, कौशल्या सडमेक और अन्य ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण के दौरान कभी भी रोड रोलर नहीं चलाया गया, जिस कारण बारिश के दिनों में सड़क के बह जाने की आशंका बनी हुई है. वहीं कई जगह पर मिट्टी के साथ पेड़ के जड़ बिछाये गये हैं. इतना ही नहीं सड़क निर्माण के नाम पर बडे-बडे बोल्डर बिछा दिये गये हैं. 1 से 2 फीट के बोल्डर सड़क पर डाल दिए गए हैं, जो राहगीरों के लिए मुसीबत का सबब बने हुए हैं.

इधर घटिया सड़क निर्माण पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने आरोप लगाया कि प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद जिले में विकास कार्यों के नाम पर बडे़ भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि जल्द ही वे एक जांच समिति बनाकर भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ सड़क की जांच करेंगे. वहीं पीएमजीएसवाय के एग्जीक्यूटीव इंजीनियर एसके साहू बताते हैं कि सड़क अभी निर्माणाधीन है। किसी भी तरह की कोई कमी है तो उसे दुरुस्त कर लिया जाएगा.