वाशिंगटन। इस साल के आखिरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार को चुनने की प्रक्रिया-प्राइमरी चुनाव में कॉर्पोरेट कंपनियों के पसंदीदा उम्मीदवार जॉय बिडेन को बढ़त मिल गयी है. उन्होने शानदार मंगलवार (सुपर ट्यूसडे) को हुए चुनाव में अब तक सबसे आगे चल रहे बर्नी सैंडर्स को पछाड़ दिया है. शानदार मंगलवार को 14 राज्यो में हुए प्राइमरी के चुनाव के बाद अब बर्नी सैंडर्स के खाते में 501 प्रतिनिधि (डेलीगेट्स) हो गए हैं. जबकि बिडेन के खाते में 566 प्रतिनिधि हैं. हालाकि अभी करीब एक चौथाई प्रतिनिधियों के चुनाव हुए हैं. प्राइमरी वही जीतता है जिसके खाते में 1991 प्रतिनिधि आ जाएं.

इस जीत के बाद बिडेन ने कहा कि उनकी जीत का अर्थ है कि अमेरिका एकजुट हो रहा है. बिडेन की जीत में बड़ी भूमिका पीट बुटिगिग और एमी क्लोबुचलर के नाम वापिस लेने और बिडेन के समर्थन करने की रही है. इ दोनों ने शानदार मंगलवार से ठीक पहले नाम वापस लिये थे. माना जा रहा है कि इससे दोनों के वोट बड़ी संख्या में बिडेन के खाते में चले गये.

सेंडर्स ने हार का कारण अपने खिलाफ बिडेन द्वारा चैनलों पर 49 नेगेटिव विज्ञापन को बताया है. हार के बाद सेंडर्स ने भी बिडेन के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन की शुरुआत कर दी है.

माना जा रहा है कि डेमोक्रेटिक का चुनाव पूरी तरह से प्रगतिशील समाजवादी और कॉरपोरेट्स के बीच की लड़ाई में तब्दील हो चुकी है. प्रोग्रेसिव का प्रतिनिधित्व सेंडर्स कर रहे हैं। जबकि कॉर्पोरेट का पूरा समर्थन बिडेन को है. अब सैंडर्स समर्थकों ने ये मांग शुरू कर दी है कि खुद को प्रोग्रेसिव कहने वाली एलिज़ाबेथ वार्नर को भी अपनी उम्मीदवारी सेंडर्स के समर्थन में वापिस ले लेना चाहिए. गौरतलब है कि कई नेशनल डिबेट को जीतने वाली वारेन का चुनाव में प्रदर्शन बेहद खराब रहा है वो ज़्यादातर जगहों पर तीसरे और चौथे नंबर पर रही है. अपने गृह राज्य मैसाच्यूसेट्स में तीसरे नम्बर पर रही.

सैंडर के लिए टेक्सास प्रान्त के नतीजे निराशाजनक थे. इस बड़े राज्य में चुनाव से पहले सेंडर्स के जीत के दावे किए जा रहे थे लेकिन वहां उन्हें 30 प्रतिशत वोट के साथ 72 प्रतिनिधि मिले. जबकि बिडेन को 34.5% वोट के साथ 81 सीटें मिलीं. हालाकि केर्लीफोनिया में सैंडर को जोय बिडेन के 93 के मुक़ाबले 155 प्रतिनिधि मिले.

टेक्सास और केर्लीफोनिया में वोटिंग टाइम के 4-5 घंटे की लाइन वोटिंग के लिए लगी थी. जिसे अमेरिका में लोकतंत्र में अच्छे चुनाव के रूप में देखा जा रहा है.