रायपुर। गौठान के मामले से जुड़े सवाल पर जवाब नहीं आने से बीजेपी-जेसीसी ने शुक्रवार को प्रश्नकाल का बहिष्कार कर दिया. बीजेपी ने प्रश्नकाल के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रश्नकाल में यदि जवाब ही नहीं आएगा तो ऐसे में इसका क्या औचित्य.

जेसीसीजे की विधायक रेणु जोगी ने कृषि मंत्री से पूछा था कि प्रदेश में पशुधन सुरक्षा के लिए कितने गौठानों का निर्माण किया गया और उन में कितनी राशि अभी तक व्यय हुई है. इन गौठानो के लिए समिति बनाई गई है क्या और शेड लगाने में कितनी राशि खर्च हुई साथ ही गौठानो के लिए कितने चरवाहों को रखा गया है. विधायक ने कहा 11 जिलों में एक भी राशि नही दी गई है बिना शेड के पशुधन को सुरक्षा दी जा रही है. गौठानो में उपलब्ध होने वाले गौ मूत्र और गोबर का क्या उपयोग होगा.

कृषि मंत्री ने जवाब देते हुए कहा प्रदेश में पशुधन सुरक्षा के लिए कुल स्वीकृत 5084 गौठानो में से 1771 गौठानो का निर्माण पूर्ण किया गया है. निर्माण में कुल राशि 17132.65 लाख का विभिन्न मद के लिए किया गया है. साथ ही गौठानो में शेड निर्माण में कुल राशि 591.55 लाख व्यय की गई संचालक गौठान के साथ 2632 संबंध है. अभी 10 हजार प्रति गौठान समिति देने का निर्णय लिया गया है. कुछ जिलों में DMF से कुछ जिलों में विभाग के माध्यम से दिया जाएगा. हर जिले में शेड का निर्माण किया है. गोबर से दिए बनाए गए गोबर और मूत्र को रोजगार से जोड़ना चाहते है.

गौठानो के अलग-अलग आंकड़े आने पर विधानसभा में भाजपा विधायक का हंगामा. बीजेपी और JCCJ के विधायको का प्रश्नकाल तक के लिए सदन से वॉक आउट कर दिया.

इससे पहले बीजेपी विधायक शिवरतन शर्मा ने भी पूरक प्रश्न के जरिये पूछा कि वास्तविक में राज्य में कितने गौठान बनाये गए हैं? राज्यपाल के अभिभाषण में 4 हजार से ज्यादा गौठान की बात सामने आई. मुख्यमंत्री के बजट भाषण में कुछ कहा गया, सदन में मंत्री कुछ और कह रहे हैं. हकीकत क्या है? गौठान कितने बनाये गए हैं. जिसके बाद मंत्री के आए जवाब से विपक्षी सदस्यों ने नाराजगी जताई.