रायपुर- राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर चल रही कश्मकश के बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस जल्द ही नामों का ऐलान कर देगी. भीतरखाने के सूत्र बताते हैं कि जिन नामों पर चर्चा चल रही है, उनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम, प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम, संगठन महामंत्री गिरीश देवांगन और वरिष्ठ नेत्री करूणा शुक्ला के नाम शामिल हैं. अंतिम सहमति बनने के बाद नामों का ऐलान कर दिया जाएगा.
राज्यसभा उम्मीदवार को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की दिल्ली में आना नेताओं के साथ चर्चा हो चुकी है. नामों पर सहमति बनाने की कवायद के चलते ऐलान करने में देरी हो रही है. शुरूआती चर्चाओं में यह बात सामने आ रही थी कि कांग्रेस के महामंत्री गिरीश देवांगन और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा में से किसी एक नाम पर फैसला होगा, जबकि दूसरे उम्मीदवारों को लेकर कई नाम चल रहे थे.
अब संगठन के भीतर की चर्चाओं में से छनकर आ रही खबर कहती है कि एक ओबीसी और एक आदिवासी वर्ग से प्रतिनिधित्व दिए जाने की रणनीति तैयार की गई है. संगठन नेताओं का कहना है कि राज्यसभा में आदिवासी हितों से जुड़े मुद्दों को गंभीरता से उठाने वाले चेहरों की तलाश पूर्व केंद्रीय मंत्री अऱविंद नेताम और महिला कांग्रेस अध्यक्ष फूलोदेवी नेताम तक जाकर खत्म हुई है. चर्चाओं को यदि बल मिलता है तो इन दो नामों से किसी एक नाम पर मुहर लगना तय है. नेताम के राजनीतिक और सियासी अनुभवों का लाभ पार्टी राज्यसभा में उठा सकती है, तो पूलोदेवी नेताम के रूप में एक सशक्त आदिवासी महिला की आवाज राज्यसभा में गूंज सकती है.
इधर ओबीसी वर्ग से गिरीश देवांगन के नाम पर चर्चाएं बढ़ गई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी होना उन्हें अव्वल नंबर पर रखता है, जबकि करूणा शुक्ला की दावेदारी इस लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण हो गई है कि बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने के बाद उन्होंने मुखरता से तत्कालीन बीजेपी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की. राजनांदगांव सीट से विधानसभा प्रत्याशी के रूप में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह को कड़ी चुनौती दी. जीत का अंतर घटाया. वहीं लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की जीत के रास्ते रोड़ा बनकर खड़ी रही.
26 मार्च को होगा चुनाव
राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 13 मार्च तक उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगे. 16 मार्च को नामांकन की जांच होगी और 18 मार्च तक नाम वापस लिए जाएंगे. 26 मार्च को जीतने वाले उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा. चूंकि विधानसभा में कांग्रेस के 69 सदस्य है, लिहाजा बीजेपी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि सदस्य संख्या कांग्रेस के पास है, लिहाजा उनकी ओर से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया जा रहा.