सुशील सलाम, कांकेर. वाट्सएप ग्रुप में कोरोना वायरस को लेकर अफवाह फैलाने वाले एक शिक्षक को कलेक्टर ने निलंबित कर दिया. शिक्षक ने कोरोना वायरस के संबंध में भ्रामक संदेश ग्रुपों में शेयर किया था. जिससे क्षेत्र में भ्रामक की स्थिति निर्मित हो गई और मुर्गी व्यवसायियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा. जब यह मैसेज कलेक्टर तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल शिक्षक को निलंबित कर दिया.

गौरतलब है कि जिले में होली पर्व पर बीआरसी नरहरपुर हिमन कोर्राम ने सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल किया, जिसमें लिखा था कि कोरोना वायरस से पंडरीपानी निवासी मंगलू राम पिता तुलसी दास की मौत हो गई. जिससे कांकेर में दहशत का माहौल है. उसने ब्रायलर चिकन खाया था, जिससे उसे उल्टी दस्त होने लगी. उसे आंगनबाड़ी ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोरोना वायरस होना पाया गया.

इस तरह का पोस्ट व्हाट्सएप ग्रुप में किया था. यह पोस्ट सोशल मीडिया में तेजी से वायरल होने लगी. इस पोस्ट को कांकेर कलेक्टर केएल चौहान ने भी देखा.जिसके बाद कलेक्टर केएल चौहान ने तत्काल प्रभाव से बीआरसी को सिविल सेवा आचरण का उल्लंघन मानते हुए निलंबित कर दिया.

बता दें कि कोरोना वायरस का दंश भारत के अनेक राज्यों में फैल चुका है लेकिन कांकेर जिले में अभी तक कोई भी कोरोना से संक्रमित केस नहीं आया है. लिहाजा डरने की कोई बात नहीं है. साथ ही कोरोना वायरस संबंधी मामलों के लिए कांकेर जिले का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड भी अलग से बना दिया गया है.