रायपुर. आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के छुरा कैम्पस में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया गया. विश्वविद्यालय के एकेडमिक एवं एडमिन विभाग में कार्यरत समस्त महिलाओं एवं छात्राओं ने विश्वविद्यालय के सेमीनार हॉल में महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लिया, जिसमें वरिष्ठ प्राध्यापकों ने वर्तमान में नारी जाति के साथ हो रहे अत्याचार का खुलकर विरोध करने तथा कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने पर अपनी राय व्यक्त की.

विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम में हिस्सा ले रही सभी महिलाओं ने यह प्रतिज्ञा भी ली की किसी भी तरह के पारिवारिक दबाव में आकर वे कन्या भ्रूण हत्या जैसे किसी भी कार्य में कभी भी सहभागी नहीं बनेंगी. आईएसबीएम यूनिवर्सिटी के चांसलर डा.विनय अग्रवाल ने टेलीकांफ्रेंसिंग के जरिये इस कार्यक्रम में अपना संदेश देते हुए नारी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यदि पुरुष शिक्षित होता है तो केवल एक व्यक्ति शिक्षित होता है, लेकिन यदि नारी शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है क्योंकि बच्चों को शिक्षा का पहला पाठ उनकी माता से ही मिलता है. अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर उन्होंने सभी महिला कर्मचारियों को बधाई देते हुए आश्वस्त किया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन उनकी सुरक्षा एवं सुविधा के लिए सदैव तत्पर रहेगा.

चांसलर आनंद महलवार ने कहा कि विश्व में 8 मार्च का दिन महिलाओं को समर्पित होता है. नारी शक्ति को नमन करते हुए उन्होंने कहा कि कभी रिश्तों की तुरपाई करती तो कभी देश का मान बढ़ाती, घर की रसोई से निकल जिम्मेदारियों का श्रृंगार कर देश की रक्षा से लेकर हर कार्य में पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलती, कभी थकती नहीं है नारी तभी सशक्त गाथाओं का इतिहास कहलाती है नारी. हाऊस वाईफ एवं वर्किंग वुमन को लेकर उन्होंने कहा कि हर स्त्री वर्किंग वुमन होती है सिर्फ उनका कार्यक्षेत्र अलग-अलग होता है.

विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा.बी.पी. भोल ने नारी के जीवन में पुरुषों के महत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा जितना एक पुरूष के जीवन में नारी का महत्व है उतना ही नारी के जीवन में पुरुष का, दोनों एक ही गाड़ी के दो पहिए हैं एवं एक पहिये के बिना गाड़ी का चलना नामुमकिन होता है.

कार्यक्रम की अगली कड़ी में महिलाओं ने विभिन्न रंगारंग कार्यक्रमों गीत, नृत्य, कविता पाठ एवं गेम्स का आयोजन किया, जिसमें विजेताओं को पुरस्कार भी दिये गए. महिला दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारी से लेकर समापन तक की पूरी जिम्मेदारी में विश्वविद्यालय की महिलाओं की सक्रिय सहभागिता रही. इस अवसर पर डिप्टी रजिस्ट्रार ऋतु कौशिक, डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी एवं शशि कुमार खुंटिया सहित सभी विभागाध्यक्ष एवं कर्मचारी उपस्थित थे.