ये कहानी फिल्मी नहीं रियल है, लेकिन पढ़ने में किसी फिल्म की स्टोरी जैसे ही लगेगी. एक युवक के पास लड़की का कॉल आता है और एंजॉय करने का ऑफर दिया जाता है. पूछने पर लड़की फिर से बोलती है यदि एंजॉय करना हैं, तो काल करूंगी. जैसे-तैसे बात बन गई. व्हीआईपी रोड़ पर मिलने बुलाती है और उर्जा पार्क होते हुए ग्राम टेमरी में फार्म हाऊस के अंदर प्रवेश कर जाते हैं. इससे पहले लड़का उस लड़की के साथ कुछ कर पाता, प्लानिंग के तहत पीछे से चार लड़के वहां पहुंच जाते हैं और इन्हें धरदबोचते हैं. उसके बाद 50 लाख की डिमांड की जाती है. वो इसलिए क्योंकि युवक ने कुछ साल पहले एक जमीन बेची थी. इसीलिए उन्हें लगा कि इससे अच्छा खासा पैसा वसूला जा सकता है. 

शिवम मिश्रा,रायपुर। राजधानी पुलिस ने रेप के झूठे केस में फंसाने के आरोप में एक लड़की समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इन्हीं आरोपियों ने मुजगहन थाना में पीड़ित ललित यादव और संजय साहू के खिलाफ बलात्कार का झूठा केस दर्ज कराया था. इससे पहले केस न करने के एवज में 50 लाख रूपये मांग की गई थी. पूरी योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया गया. पुलिस की टीम ने सीसीटीव्ही फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर झूठ का पर्दाफाश किया. इनके कब्जे से मोबाइल फोन और घटना में प्रयुक्त कार को भी जब्त किया गया है.

पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि जांच में पाया गया कि राजेश यादव के भाई ललित यादव ने परिवारिक भूमि स्वामी हक की जमीन जो ग्राम टेमरी में थी, उसे लगभग 2 वर्ष पूर्व बेच दिया था. गांव के लोगों को यह आभाष था कि ललित यादव बड़ा आदमी हो गया है. 15 जनवरी को ललित के मोबाइल पर एक लड़की का कॉल आया और उस लड़की ने ललित यादव से पूछा कि आप क्या करते हो ? तब ललित ने उस लड़की से कहा कि वह दूध बेचता है. तब लड़की ने ललित यादव से कहा कि क्या आप को एंजॉय करना है ? तब ललित यादव ने कहा कि वह जिसे देखा भी नहीं है और ना ही जानता है, तो क्यों मिलेगा. लड़की से पूछा कि उसका मो.न. कहा से मिला, तब लड़की ने कहा कि मो. न. तो भागवान से भी मिल जाता है, फिर बोली अगर एंजॉय करना है तो कल काल करूंगी.

16 जनवरी को दोपहर में ललित यादव अपने दोस्त संजय साहू के साथ लड़की से मिलने गया. ग्राम टेमरी के एक फार्म हाऊस में तीनों पहुंचे. वहीं पीछे से चार लड़के आ गए और गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगे. ललित से कहा गया कि लड़की को 50 लाख दे दो, नहीं तो रेप के झूठे केस में फंसा देंगे. तत्काल जेब में पड़े 10-15 हजार रुपए भी ले लिए गए. पैसे नहीं देने पर मुजगहन थाने में झूठा केस दर्ज करा दिया.

पुलिस ने जब इस पूरे मामले का जांच किया तो पता चला कि लड़की ने अपने दोस्तों के मिलकर झूठा केस बनवाया है. सीसीटीव्ही फुटेज और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर झूठ का पर्दाफाश हुआ. पुलिस ने आरोपी उमेश रगड़े, अजय साहू, राजा तिवारी, मनोज रगड़े और लड़की को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्हें आरोपी अजय साहू से जानकारी मिली थी कि ललित यादव एवं उसके भाईयों को जमीन बिक्री की कड़ी रकम प्राप्त हुई है. योजना बनाकर रकम उगाही करने के लिये ललित यादव एवं उसके साथी को बलात्कार के झूठे केस में फंसाया गया था. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है. आरोपियों के खिलाफ मुजगहन थाने में अपराध क्रमांक 62/20 धारा 384, 365, 120बी, 34 भादवि. के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है.