रायपुर। राजधानी में आयोजित अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शामिल हुए. उन्होंने कहा कि अगले साल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी भी मैदान में उतरेगी.

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि आज की राजनैतिक परिस्थितियों से हर कोई वाकिफ है. कोई गुजरात से आया और यूपी से सांसद बनकर प्रधानमंत्री बन गया. उन्होंने कहा कि इस क्रम में वे अब लगातार छत्तीसगढ़ आते रहेंगे और यहां भी इतिहास बदलेंगे. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की पूरी राजनीति यादवों को लेकर हो गई. लेकिन अब हम भी अपने लोगों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. अखिलेश ने कहा कि अब हमें शिक्षा का साथ नहीं छोड़ना है, क्योंकि यही हमारी ताकत बनेगी.

अखिलेश यादव ने कहा कि संविधान ने हमें मांगने का अधिकार दिया है. उन्होंने कहा कि देश की सरकार, डिजिटल सरकार है, हमसे ज्यादा जानने वाले लोग हैं.  उन्होंने ये भी कहा कि आरक्षण से अगर खुश करना चाहते हैं, तो आधार कार्ड में केवल जात डाल दो, पता चल जाएगा कि कितने जाति के कितने लोग हैं. हम किसी को नाराज नहीं करना चाहते, ना अगड़े को और ना पिछले को.

फौज में बनाया जाए अहीर रेजीमेंट

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हम फौज में जातिवादी नहीं चाहते, हम केवल सम्मान चाहते हैं. अगर फौज में राजपूत रेजिमेंट हो सकता है, तो अहीर रेजिमेंट क्यों नहीं हो सकता. कुमाऊं रेजिमेंट में सबसे ज्यादा यादव लोग है. यादव ने कहा कि चंबल में अब डकैत नहीं रहते, वहीं अहीर रेजिमेंट बना दिया जाए. हम फौज का मनोबल बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि करगिल की चोटियों में ध्वज लहराया था, वहां भी हमारे लोग थे. प्रदेश का सबसे बड़ा सम्मान हमने दिया. वो था- ‘यश भारती सम्मान’. योगी सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार 50 हजार रुपये पेंशन दे रही थी, लेकिन नई सरकार ने इसे छीन लिया. ऐसी ताकतों से सावधान रहने की जरूरत है.  अखिलेश ने  कहा कि यश भारती सम्मान की तर्ज पर पद्म भूषण और इस तरह के दूसरे सम्मानों में भी पेंशन सुविधाओं को शामिल किया जाना चाहिए.

 

जो लड़ रहे हैं, संघर्ष कर रहे हैं, वह साजिश का शिकार-अखिलेश

अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अन्याय के विरूद्ध जो लड़ रहे हैं, संघर्ष कर रहे हैं, वह साजिश का शिकार हो रहे हैं. हमें भी सीबीआई क्लब में शामिल कर लिया गया है. बिहार में नेताओं को भी सीबीआई जांच में घेर दिया गया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कहकर अचानक नोटबंदी कर दी गई. नोटबंदी से कोई भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ. भ्रष्टाचार आज भी वैसा ही जारी है, जैसा पहले था. नोटबंदी के वक्त कहा गया देश का काला धन बाहर आएगा, गरीबों की झोली में आएगा, लेकिन गरीब आज भी इंतजार कर रहे हैं कि उनके खातों में कब पैसा आएगा. जीएसटी लागू होने के बाद कारोबार परेशान हो गया है. जीएसटी कारोबारियों के लिए परेशानी बन गई है. कोई जीएसटी को समझ नहीं पाया. केंद्र सरकार भी नहीं समझ पाई है.

गाय बीजेपी के लिए नकली मां, हमारी असली मां

अखिलेश यादव ने गाय के नाम पर देश में हो रही राजनीति पर चुटकी लेते हुए कहा कि यूपी चुनाव के दौरान गाय के नाम पर जमकर राजनीति की गई. हम कहते रहे कि गाय बीजेपी की नकली मां है. हम यादववंशी है, गाय हमारी असली मां है. बीजेपी सिर्फ गाय को बचाने के नाम पर राजनीति कर ही है, जबकि हमें ना केवल गाय बचानी है, बल्कि धरती मां भी बचानी है.

मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में लैपटाॅप योजना फ्लाप रही

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हम जब सरकार में थे, तब हमने लैपटाॅप बांटने की योजना बनाई थी. हर गरीब महिला को 500 रूपए सीधे उनके खाते में दे रहे थे. सरकार बनती तो इस राशि को एक हजार रूपए कर देते. हमारी लैटटाॅप बांटने की योजना की नकल मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ में की गई, लेकिन योजना इन राज्यों में  फ्लाप साबित हुई. योजना कामयाब नहीं हो पाई. अखिलेश ने कहा कि लोग हमें बैकवर्ड कहते हैं. लेकिन काम, सोच और समझ से हम फारवर्ड हैं.

अखिलेश यादव ने कहा कि वे बहुत दिन से छत्तीसगढ़ नहीं आए थे. लेकिन यहां आकर उन्हें जो सम्मान मिला है, इसके बाद वे यहां बार-बार आना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि यहां किसी ने उन्हें लाडला कहा, तो किसी ने भैया.. इसे सुनकर तो लगता है कि वे कभी बड़े नहीं हो पाएंगे.