सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर. आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने आज राजधानी के बूढ़ातालाब में मानदेय बढ़ाने की मांग को लेकर एक दिवसीय धरना दिया. धरना में राज्य के हजारों कार्यकर्ता व सहायिकाएं शामिल हुईं. प्रांताध्यक्ष सरिता पाठक ने बताया कि आज एक दिवसीय प्रांतीय धरना रैली है. हमारी मुख्य मांगे हैं जो अक्टूबर माह से मानदेय को लेकर प्रधानमंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से घोषणा की थी, हमको एक जुलाई से मानदेय दिया गया है तो 9 महीने का हमारा एरियर बनता है. हमें पेंशन ग्रेच्युटी चाहिए. 1 लाख और 2 लाख तक एक मुश्त राशि चाहिए. हमारा जीवन बीमा भी होना चाहिए. इस तरह से हमारी मुख्य मांगें और हमारा सांकेतिक एक दिवसीय धरना रैली है. उसके बाद भी हमारी मांग पूरी नहीं होती तो हम रणनीति तैयार करेंगे और यह योजना को आगे बढ़ाएंगे और अनिश्चितकालीन धरना के लिए रणनीति बनाई जाएगी.

सरिता पाठक ने कहा कि हम 30 साल से लगातार काम कर रहे हैं और सिर्फ 6 हजार रुपए तक ही पहुंचे हैं जो भी सरकार आती है वादा करके भूल जाती है. आज वहीं स्थिति फिर हमारी आई है. हम सबको बार-बार रोड में आना पड़ता है. आज ऐसी स्थिति आती जा रही है कि महंगाई में भूखे मरना पड़ता है. अगर ऐसी स्थिति रही तो हम फिर से उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे.

सरकार हमारी बातें नहीं सुनती तो हमारे यहां रिटायरमेंट के समय मे कागज का टुकड़ा थमाया जाता रहा है जिसे लेकर हम प्रयास कर रहे है कि हमारी बहनों को मुख्यमंत्री के तरफ से कुछ राशि मिले वह कुछ लेकर जाए खाली हाथ ना जाए, जैसे वो बच्चों की सेवा में लगाती हैं उसी तरह उसे सम्मान दिया जाना चाहिए. जिसके लिए प्रयास कर रहे कि सरकार हमारी मांगों को पूरा करें.