रायपुर- छह साल की मासूम को आखिरकार उसकी मां मिल गई. यह कहानी एक बेरहम पिता और ममतामयी मां की है.  मां ने अपनी बेटी को पाने की जिद नहीं छोड़ी. मामला कोर्ट तक पहुंचा. कोर्ट ने मां को बेटी सौंपे जाने का आदेश भी दिया, लेकिन पिता उसे लेकर मध्यप्रदेश के बालाघाट भाग गया. मां ने इसकी शिकायत थाने में की, बावजूद इसके बेटी न मिल सकी. थक हारकर मां ने डीजीपी डी एम अवस्थी से मदद मांगी. डीजीपी की पहल से मां को बेटी मिल सकी.
दरअसल राजधानी रायपुर की पूनम तिवारी की छह साल की बेटी अनुष्का को उसका पिता लेकर बालाघाट चला गया था. इस मामले में एसडीएम कोर्ट ने भी बेटी को मां को सौंपे जाने का आदेश दिया था, लेकिन कोर्ट के आदेश का भी जब असर नहीं हुआ, तब पूनम ने कोतवाली थाने में अपने पति के खिलाफ ही शिकायत दर्ज कराई. उम्मीद थी कि इस शिकायत का असर होगा और मां को बेटी मिल सकेगी, लेकिन शिकायत कोरी साबित हुई. इस बीच पूनम ने डीजीपी डी एम अवस्थी से मुलाकात कर मदद मांगी. अपनी आप बीती सुनाकर बेटी वापस दिलाने की मांग की. पूनम की शिकायत पर डीजीपी ने तत्काल हस्तक्षेप करते हुए बच्ची को बालाघाट से वापस लाकर मां को सौंपने का निर्देश अपने मातहत अधिकारियों को दिए. निर्देश का असर हुआ और रायपुर पुलिस की टीम बालाघाट से अनुष्का को लेकर लौटी. पूनम को उसे सौंप दिया. लंबे इंतजार के बाद बेटी को सीने से लगाकर अब पूनम बेहद खुश है. बेटी मिलने के बाद पूनम ने आज पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी से मुलाकात की.