दिलीप साहू/लोकेश साहू,धमतरी/बेमेतरा। राज्य सरकार ने कोरोना वायरस (कोविड-19) को देखते हुए प्रदेश भर के सभी शासकीय कार्यक्रमों, स्कूल-कॉलेजों और सार्वजनिक जगहों को 31 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है. जिससे लोग ज्यादा संख्या में एक जगह एकत्रित न हो सके. लेकिन प्रदेश में कोरोना संक्रमित एक मरीज की पुष्टि होने के बावजूद अभी भी कई ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से संचालित हो रहे हैं, जहां भारी संख्या में लोग इकठ्ठा हो रहे हैं. हम बात कर रहे हैं धार्मिक कार्यक्रमों की. छत्तीसगढ़ के दो जिलों में भागवत कथा और रामकथा का आयोजन किया गया है. यहां एहतियात के तौर पर कोरोना से निपटने कोई व्यवस्था नहीं की गई और न ही सावधानी बरती जा रही है. ऐसे भीड़-भाड़ जगहों में वायरस के ज्यादा फैलने की संभावना बनी हुई है.

दरअसल बेमेतरा में श्रीमदभागवत कथा और धमतरी जिले में रामकथा का कार्यक्रम चल रहा है. रोजाना यहां हजारों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो रहे हैं. किसी ने भी मास्क नहीं पहना है औ न ही हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल कर रहा है. ऐसे में यदि एक भी मरीज इस आयोजन में पहुंचा, तो जितने भी लोग उसके संपर्क में आएंगे सभी कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. इन आयोजनों में कई मंत्री, विधायक और नेता भी शामिल हो रहे है. बड़ा सवाल ये है कि सरकार या प्रशासन ने अभी तक इन कार्यक्रमों को अभी तक रद्द क्यों नहीं करवाया है ?

बेमेतरा जिले में विश्व शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं राधा कृष्ण सत्संग समिति ने श्री भागवत कथा का आयोजन किया गया है. 12 मार्च से शुरु हुई कथा आज 19 मार्च तक कृषि उपज मंडी प्रांगण में जारी है. देवकीनंदन ठाकुर यहां कथा वाचन कर रहे हैं. जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु उन्हें सुनने पहुंच रहे हैं. बेमेतरा एसडीएम जगन्नाथ वर्मा के ने बताया गया है कि भागवत कथा में विश्वा शांति सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट एवं राधा कृष्ण सत्संग समिति के द्वारा आदेश की मांग की गई थी जिस के नियम के अनुसार आदेश समिति को दी गई है.

धमतरी जिले के कुरूद के ग्राम गाड़ाडीह में रामकथा का भव्य आयोजन किया गया है. राम कथा को सुनने श्रोताओं की भारी भीड़ जुटती है. बताया जा रहा है कि इसका आयोजन 12 मार्च से 20 मार्च तक होना है. यहां धारा 144 भी लागू कर दी गई है. इस संबंध में कुरूद तहसीलदार भूपेन गावडे से संपर्क करने पर उन्होंने आयोजन को लेकर जांच कराने की बात कही है. इधर सूत्रों की माने तो आयोजन समिति ने भी कोरोना वायरस के दहशत को देखते हुए समय से 1 दिन पहले ही रामकथा के समापन का निर्णय लिया है. जिससे आज इस कार्यक्रम का विधिवत समापन हो सकता है.

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित एक मरीज की पुष्टि हो गई है. जिसे एम्स के आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. अब देखना यह होगा कि राज्य सरकार इन धार्मिक कार्यक्रमों को रद्द करती है या नहीं ? क्योंकि कार्यक्रम में मंत्रियों के भी आने-जाने का सिलसिला जारी है. वो भी ऐसे समय में जब WHO की तरफ से कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया जा चुका है. इसके साथ ही प्रदेश सरकार ने भी कई जगहों पर धारा 144 लगा दिया है. भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचने की सलाह दी जा रही है.