सत्यपाल राजपूत, रायपुर. कोरोना वायरस को लेकर राहत भरी खबर आई है. राजधानी की कोरोना वायरस पीड़िता के माता-पिता और एक अन्य कर्मचारी का टेस्ट निगेटिव आया है. रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना पीड़ित छात्रा की स्थिति आज भी स्थिर है.
एम्स के डॉक्टरों ने ग़ैर ज़रूरी रोगियों को ओपीडी में आने से बचने की सलाह दी है. एक रोगी के साथ सिर्फ़ एक परिजन को ही एम्स में आने की अनुमति दी गई है. साथ ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के आयुष बिल्डिंग में कोरोना वायरस के संदिग्ध रोगियों की स्क्रीनिंग और काउंसिलिंग आज से प्रारंभ हो गई है.
वहीं एम्स अधीक्षक करण पिपरे ने बताया कि आज गेट नंबर एक से कोरोना के संदिग्ध रोगियों को सीधे आयु उस बिल्डिंग भेजने की व्यवस्था की गई है यहाँ विभिन्न प्रकार के जागरूकता फ्लैक्स लगाकर रोगियों को अपनी स्क्रीनिंग और काउंसलिंग के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है आयु में हेल्प डेस्क से लेकर चिकित्सकों तक सभी सुविधाएं प्रदान की जा रही है. शनिवार को यहां पहुंचे संदिग्ध रोगियों का सैंपल लेकर उसे एम्स में स्थित VR DL लैब में टेस्ट के लिए भेजा गया है, जिन्हें कोरोना वायरस के लक्षण नहीं थे, उन्हें काउंसिलिंग प्रदान की गई है.