रोहित चंदेल, बालोद। कोरोना सुरसा के जैसे मुंह खोल कर खड़ा है, लीलने के लिए, लेकिन लापरवाहियां है कि थम ही नहीं रही. भारत में कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 500 पार कर चुका है. सरकार और जिला प्रशासन मुस्तैद है, कोरोना का संक्रमण फैले न इसलिए पाबंदियां लगाई जा रही है, लॉकडाउन किया गया.. जब हालात नहीं बदले तो आखिर जिला प्रशासन को कर्फ्यू का भी ऐलान करना पड़ गया. इन सबके बावजूद लापरवाहियां है कि थमने का नाम ही नहीं ले रही है.

हम बात कर रहे हैं बालोद जिले की जहां रेलवे क्रासिंग के आगे विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ कर्मचारियों से रेलवे ट्रेक मेंटनेंस का कार्य किया जा रहा है. धारा 144 लागू है, सभी सरकारी दफ्तर, दुकानें, निजी संस्थान बंद कर दिये गए हैं. लेकिन बालोद एसएससीपी के अंतर्गत आने वाले इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को एक साथ 18 की संख्या में रखकर रेलवे ट्रेक मेंटनेंस कार्य कराया जा रहा है.

इसमें भी हद तो यह है कि इस दौरान रेलवे द्वारा इन कर्मचारियों के लिए न तो सेनेटाइजर्स की व्यवस्था की गई है और न ही इन कर्मचारियों के पास किसी तरह का मास्क की व्यवस्था है. असुरक्षित तरीके से कर्मचारियों से कार्य कराया जा रहा है. वहीं इस मामले में रेलवे के ए पीआरओ से बात की तो उन्होंने बताया कि रेलवे में कुछ आवश्यक काम को ही अलग-अलग शिफ्ट में कराया जा रहा है. किसी मेजर कार्य को छोड़कर कर्मचारियों को 3-4 की टुकड़ियों में ही काम कराए जाने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर कहा कि रेलवे सुरक्षा के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतता और इसी के चलते आज देश भर में यात्री ट्रेन सुविधा को ही बंद किया गया. इसकी जानकारी अपने उच्चाधिकारियों तक पहुंचाएंगे.

देखिये वीडियो – 

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