कोरोना के खिलाफ छत्तीसगढ़ में साझी लड़ाई लड़ी जा रही है। जिसमे हर तबका अपनी ज़िम्मेदारी का निर्वहन कर रहा है। कोरोना से लड़ने में सरकार, सभी स्वास्थ्यकर्मी और डॉक्टर प्रत्यक्ष रूप से मुस्तैद हैं। इस लड़ाई को लड़ने में दूसरे मोर्चे पर पुलिस, फायर ब्रिग्रेड और मीडिया है, जो जानकारियां पहुँचाने से लेकर प्रशासनिक व्यस्था को दुरुस्त रखने में अपना योगदान दे रहा है। इस लड़ाई को एक मोर्चे पर और लड़ा जा रहा है। जिस मोर्चे पर राजनेता और सामाजिक संगठन हैं। जो प्रशासनिक फैसले से हो रही दिक्कतों को दूर करने और लड़ाई में लगे लोगों का हौसला बढ़ाने में लगे हैं.

इस लड़ाई में रायपुर के नेताओ का जज़्बा देखने लायक है। शहर के नेता अब तक की जंग में हर तरीके से जनता की मदद की कोशिश कर रहे हैं, भले ही वो तरीका प्रामाणिक हो या न हो। लेकिन अपनी कोशिशों, मुस्तैदी और सक्रियता से इन नेताओं ने ये संदेश दे दिया है कि कोरोना के खौफ के साये में भी वे अपनी जनता के साथ खड़े हैं.

रायपुर पश्चिम के विधायक विकास उपाध्याय कोरोना के खतरे के बाद से ही मैदान में हैं। खुद ही बाल्टी उठाकर सफाई करने की उनकी तस्वीर अब तक वायरल हो रही है। लॉक डाउन के बाद विकास उनलोगों को भोजन उपलब्ध कराने में जुट गए जो रोज़ कमाते थे और खाते है। विकास ने रायपुर के लोगो से अपील की कि वो दो लोगो का खाना अतरिक्त बनाएं। वो अतरिक्त खाना उनके घर से मंगवा लेंगे और गरीबों को देंगे। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओ के नम्बर बांट दिए। विकास का कहना है कि उनके कार्यकर्ता रोज़ाना 500 से 700 खाने के पैकेट स्टेशन बस स्टैंड और अन्य जगहों पर ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचा रहे हैं.

सबसे वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा अपनी टीम के साथ सबसे पहले मुस्तैद हुए। उन्होंने हर वार्ड में अपने वालेंटियर्स तैनात कर दिए। ये वॉलिंटियर्स लोगों को घरों से न निकलने की समझाइश दे रहे हैं। वे अपने क्षेत्र की मितानिनों को मास्क बंटवा रहे हैं। सत्यनारायण शर्मा के बेटे और कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री पंकज शर्मा भी डटे हुए हैं। पंकज शर्मा का कहना है – ”हम लोगों ने वालेंटियर्स की लिस्ट बना ली है। जैसे ही प्रशासन का निर्देश आएगा उनके निर्देश में काम करेंगे।जब तक हम लोगों को जागरूक करने में लगे है.

प्रदेश के बड़े गायक और काँग्रेस के संस्कृति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष दिलीप षड़ंगी ने कोरोना से लड़ने में जुटे कर्मियों की हौसलाफ़ज़ाई के लिए एक गाना तैयार किया है। जो वे सोशल मीडिया के ज़रिए लोगों तक पंहुचा रहे हैं। इससे पहले वे दो गाने और रिलीज़ कर चुके हैं।
ये है वो गाना

भाजयुमो ने वालेंटियर्स की एक लिस्ट तैयार कर ली है जिसे उसने प्रशासन को मुहैया करा दिया है और उसे भी प्रशासन के निर्देश का इंतज़ार है।

युवा मेयर एजाज़ ढेबर कोरोना के प्रवेश करते ही शहर को सेनेटाइज़ करवाने का इंतज़ाम करने लगे। उन्होंने खुद मास्क पहनकर कई जगहों को सेनेटाइज़ किया। एजाज़ का कहना है – “निगम शहर में 10 हज़ार गरीबो के घर खाने के राशन की होम डिलीवरी कराने जा रहे हैं। हमने वार्ड मेम्बर से मिलकर लोगो को चिन्हांकित करने का काम शुरू कर दिया है। इस पैकेट में चावल, आटा, दूध, शक्कर और तेल होगा। इसका खर्च वे खुद कुछ लोगो के साथ मिलकर उठाएंगे।”

रायपुर उत्तर के विधायक कुलदीप जुनेजा भी लोगों की मदद में लगे हुए हैं। वे फील्ड में काम करने वाले वकीलों, स्वास्थ्यकर्मियों और मीडिया के लोगों को मास्क बांट चुके हैं। उन्होंने आपात स्थिति के लिए अपने परिचितों के दो होटल को प्रशासन को दिलाया है। जिसका इस्तेमाल प्रशासन आपात स्थिति में मरीज़ों को रखने में कर सकती है। कुलदीप जुनेजा का कहना है – “मैंने अपने दोस्त से कपड़ो की व्यवस्था कराई है जिससे मास्क बनाया जा सके। वे कुछ मिलर्स से बात करके दाल और चावल की व्यवस्था करा रहे हैं.”

शहर अध्यक्ष गिरीश दुबे और सभापति प्रमोद दुबे भी ड्यूटी में तैनात पुलिस और दूसरे लोगो को खाने के पैकेट उपलब्ध करा रहे हैं। इसी तरह कन्हैया अग्रवाल ने सब्ज़ी बेचने वालों को फिटकरी बांटी। उन्होने सबसे पहले अपने पास से एक लाख रुपये मुख्यमंत्री सहायता कोष में दिए।

हालांकि कुछ लोग ये सवाल ये सवाल भी उठा रहे हैं कि नेताओं की सक्रियता और लोगों के बीच जाने से वे खतरे में न पड़ जाएं। इस पर विकास उपाध्याय कहते हैं कि वे पूरा ऐतियात बरत रहे हैं। वो और उनकी टीम डॉक्टरों की सतत निगरानी में रह रही है। लोगों के पास भी पूरा ऐतियात बरतने के बाद जा रहे हैं.

देखिये वीडियो – 

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