रायपुर। कोरोना के खतरे को देखते हुए वक्फ बोर्ड ने मुस्लिम समाज से मस्जिदों में भीड़ न बढ़ाने की अपील की है. इसके साथ ही यह फैसला भी किया गया कि अज़ान लाऊड स्पीकर से न देते हुए बैरूने मस्जिद दी जाए. अपील का पालन कराने बोर्ड ने सभी जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र भी जारी किया है.

छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड कार्यालय में चेयरमैन सलाम रिजवी ने प्रदेश के तमाम मुफ्तियों के साथ कोरोना वायरस का संक्रमण रोकने के संबंध में अहम बैठक ली. इस दौरान शरीअत और हदीस के हवाले से फैसला किया गया कि मस्जिदों में फर्ज नमाजों में जमात की तादाद कम से कम रखी जाए, ताकि कोरोना के संक्रमण को रोका जा सके.

राज्य वक्फ बोर्ड ने सभी मुसलमानों से अपील की है कि जब तक कोरोना वायरस का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता, तब तक सभी लोग अपने-अपने घरों में रहें. बीमारी से बचने के लिए दुआ करें, मस्जिद, दरगाह, कब्रस्तान में भीड़ इकट्ठा न होने दें. ज्यादा जरूरी होने पर ही अपने घरों से बाहर निकलें। शासन-प्रशासन के सभी निर्देशों का पालन अनिवार्यता से करें.

वक़्फ़ बोर्ड मस्जिदों के हौज को खाली कराने की भी अपील की, जिससे लोग उसमें वुजू न कर सकें. बच्चों को मस्जिद में न लाएं और बुजुर्ग भी घर पर नमाज अदा करें. वक्फ बोर्ड की अपील में कहा गया है कि मस्जिदों में जुमा व फर्ज नमाजों की जमात में मस्जिदों के पदाधिकारी मौजूद रहें, जिससे भीड़ इकट्ठा न हो सके.