लोकेश साहू, धमतरी। लॉकडाउन के बाद से सोशल मीडिया में सड़क में दिखने वाले लोगों की पुलिस द्वारा पिटाई किये जाने के वीडियो जमकर शेयर किये जा रहे हैं. लेकिन इन सबके बीच पुलिस का संवेदनशील रवैया भी देखने को मिल रहा है. कहीं बेसहारा लोगों को खाना-खिलाते तो कहीं मदद करते हुए. ऐसा ही कुछ धमतरी जिले में देखने को मिला जब सूनसान सड़क में मदद की आस लिए एक मजबूर पिता अपनी बेहोश बेटी को लेकर बैठा हुआ था. ऐसी परिस्थिति में पुलिस मदद के लिए सामने आई और बेहोश पड़ी बेटी को अपने पेट्रोलिंग वाहन से इलाज के लिये अस्पताल पहुंचाया.
बताया जा रहा है कि ग्राम रतावा निवासी सुरेश नेताम की पुत्री नेहा नेताम पेट दर्द से तड़प रही थी. बेटी को तड़पते देख पिता उसे बाइक में बैठाकर उपचार के लिए नगरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर जा रहा था. लेकिन दर्द से बेहाल लड़की ग्राम सांकरा और रानीगाँव के बीच रास्ते में ही बेहोश हो गयी. सुनसान सड़क और तेज धूप के बीच परेशान पिता समझ नहीं पा रहा था कि आखिर करे तो क्या करे.
उसने मदद के लिए 108 वाहन को भी कॉल लगाया. लेकिन 108 के अटेंडर ने वाहन धमतरी में होने और 112 वाहन में कॉल लगाने की बात कहकर फोन काट दिया. मजबूर पिता ने 112 में भी कॉल लगाया लेकिन कुछ हासिल नहीं हुआ. ऐसे में वह किसी आने जाने वाले राहगीर से मदद की आस लगाये सूनसान सड़क पर ही बैठा रहा. तभी पेट्रोलिंग कर रहे सिहावा थाना के प्रधान आरक्षक रामकृष्ण साहू अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे. पिता सुरेश नेताम ने उन्हें पुत्री के दर्द से बेहोश होने की जानकारी दी.
पुलिस के जवानों ने बगैर कोई देरी किये बेहोश पड़ी लड़की को तत्काल पेट्रोलिंग वाहन से लेकर अस्पताल पहुँचाया. जहां त्वरित उपचार के बाद लड़की की स्थिति सामान्य हुई. परिजनों ने पुलिस कर्मियों का आभार मानते हुए कहा कि समय रहते उसकी बेटी को अस्पताल पहुँचाकर इलाज करवाया. उसने कहा फरिस्ता बनकर आए ऐसे पुलिसवालों का शुक्रिया अदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है.