रायपुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने सोमवार को केन्द्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से फोन पर चर्चा कर छत्तीसगढ़ के लिए त्वरित डाक सेवा मुहैया कराने का आग्रह किया। उन्होंने केंद्रीय मंत्री से भारतीय डाक सेवा के माध्यम से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे या अन्य शहरों से मास्क, पी.पी.ई., दवाईयां और जांच व इलाज के लिए अन्य जरूरी समानों को छत्तीसगढ़ तक पहुंचाने तथा प्रदेश के भीतर विभिन्न क्षेत्रों में इनका त्वरित वितरण सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने का अनुरोध किया।
स्वास्थ्य मंत्री के आग्रह पर केन्द्रीय संचार मंत्री ने डाक विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है। सिंहदेव की मांग पर केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ में भारतीय डाक सेवा के निदेशक को तुरंत फोन कर इसके लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। डॉक सेवा के स्थानीय निदेशक ने स्वास्थ्य मंत्री को फोन कर बताया कि दूसरे राज्यों से छत्तीसगढ़ तक समान पहुंचाने और राज्य के भीतर इनका त्वरित वितरण सुनिश्चित करने के लिए डॉक विभाग पूरी तरह तैयार है। इसके लिए जरूरत के मुताबिक तत्काल गाड़ियां लगाई जाएंगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा संदिग्धों के कोरोना वायरस टेस्ट की व्यवस्था की जा रही है। परंतु रिएजेंट्स और कन्ज्युमेबल्स (Reagents and Consumables) की कम आपूर्ति के कारण इसमें दिक्कत आ रही है। बाजार में आज से ये समान मिलना शुरू हो गए हैं। जल्द से जल्द इन्हें खरीदकर इस सप्ताह के अंत तक टेस्ट की संख्या दुगुना करने का लक्ष्य है। आने वाले सप्ताहों में टेस्ट की संख्या कई गुना बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि आपात स्थिति से निपटने के लिए इलाज के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। एम्स रायपुर में 200 बिस्तरों और माना में 100 बिस्तरों की व्यवस्था है। रिम्स में जल्दी ही 500 बिस्तर तैयार हो जाएंगे। एम्स द्वारा कोविड-19 के उपचार के लिए क्षमता लगातार बढ़ाई जा रही है। वहां प्रबंधन से स्वास्थ्य विभाग की लगातार चर्चा जारी है। उम्मीद है वहां 300 नए बिस्तर और तैयार हो जाएंगे। सभी जिलों को भी इसकी तैयारी के निर्देश दिए गए हैं।
कोविड-19 और लॉक-डाउन के कारण प्रभावित जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को भी जल्द सुचारू रूप से संचालित किया जाएगा। इसके लिए आज आदेश जारी कर दिए गए हैं। सभी जिलों के कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि 108-एम्बुलेंस सेवा के साथ ही मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्रों तक लाने-ले जाने के लिए अलग से पांच गाड़ियों की व्यवस्था रखें।
कोविड-19 के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए सभी संदिग्धों की कॉन्टैक्ट-ट्रेसिंग और एक्टिव सामुदायिक सर्विलॉंस का भी विस्तार किया जा रहा है, जिससे कि प्रभावितों की तुरंत पहचान कर इलाज शुरू किया जा सके। प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए अब तक 580 सैंपलों का परीक्षण किया गया है। इनमें से 573 निगेटिव्ह और सात पाजिटिव्ह पाए गए हैं। 41 सैंपलों की जांच जारी है।