शैलेन्द्र पाठक, बिलासपुर। पूरे विश्व को संकट में डालने वाली महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए सरकारों के द्वारा ऐहतियातन कई कदम उठाए गए. कोरोना ने जिस तरह से पूरे विश्व को अपने चपेट में ले लिया है उससे कवियों के ह्रदय भी अछूते नहीं रहे.
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल जस्टिस नीलम चंद सांखला जो कि कई जिलों में न्यायाधीश रह चुके हैं, अपराधियों को कठोर से कठोर दंड भी दे चुके हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते होंगे की वे एक कोमल ह्रदय कवि भी हैं. कोरोना वायरस के कहर ने उनके मन को भी छुआ और उन्होंने उस पर कविता भी लिखी. लल्लूराम डॉट कॉम से अपनी उन कविताओं को उन्होंने साझा भी किया. इस अवसर पर उन्होंने 35 साल पहले 1986 में लिखी अपनी एक कविता “इंसान और यमराज” को अपनी ही आवाज में गाकर सुनाया. आप भी सुनिये एक कवि ह्रदय मजिस्ट्रेट की दिल को छू लेने वाली कविता.
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