रायपुर। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी मान लिया है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेताओं के बीच मतभेद विधानसभा चुनाव में जीत में सबसे बड़ी बाधा है. दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से चर्चा में कहा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस मध्यप्रदेश की अपेक्षा ज़्यादा मज़बूत हैं लेकिन पार्टी नेताओं के बीच मतभेद है. जिसे उन्होंने सबसे बड़ी बाधा माना है. दिग्विजय सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच मतभेद सुलझा लिए गए तो राज्य में कांग्रेस की सरकार बन जाएगी. हांलाकि बाद में उन्होंने ये भी जोड़ दिया कि मतभेद हर जगह होते हैं, बीजेपी में भी मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और बीजेपी के बीच है.

दिग्विजय सिंह ने कहा कि मतभेद परिवार में भी होते हैं लेकिन मनभेद नहीं होना चाहिए. महत्वपूर्ण बात है कि कांग्रेस का प्रदेश संगठन इस बात को हमेशा नकारता रहा है कि कांग्रेस नेताओं के बीच मतभेद है. लेकिन अब दिग्विजय सिंह ने भी इस पर मुहर लगा दी है. वे इसे कांग्रेस की राह का सबसे बड़ा रोड़ा मान रहे हैं. अहम बात है कि उनका ये बयान प्रदेश के पार्टी नेताओं की बीच हुई कई दौर की बातचीत के बाद आया है. लल्लूराम डॉट कॉम ने खुलासा किया था कि पार्टी अध्यक्ष भूपेश बघेल और वरिष्ठ नेता चरण दास महंत के बीच जिलाध्यक्ष के चुनाव में तकरार हुई थी और पार्टी नेताओं के मतभेद की वजह से कई जिले में एकराय कायम नहीं हो पाई.

दिग्विजय सिंह मंगलवार को डोंगरगढ़ गए थे जहां से लौटकर पार्टी के शीर्ष नेताओं के देर रात तक बैठे रहे. इसके बाद उन्होंने सुबह हर वरिष्ठ नेता के साथ अलग-अलग बैठक की और पार्टी के हालात से रुबरु हुए. महत्वपूर्ण बात है कि मंगलवार की बैठक के बाद भूपेश बघेल दोपहर और चरणदास महंत दोनों दिग्विजय सिंह के साथ नहीं दिखे. वे देर रात तक जगे रहे जिसकी वजह से वे सीधे प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होंगे.