रायपुर।मध्यप्रदेश में कांग्रेस की उम्मीद काफी हद तक इस बात पर निर्भर है कि चुनाव में चेहरा कौन होगा. वरिष्ठ नेता कमलनाथ इस बात के लिए तैयार हो गए कि चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया की अगुवाई में लड़ा जाए. उन्होंने इस आशय का बयान भी दे दिया. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उनकी राह में फच्चर फंसा दिया है. दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के बयान पर ऐतराज जताया है.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि राज्य के चुनाव की कमान किसे मिले इसका फैसला केवल आलाकमान करेगा. पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी जिसे ये ज़िम्मेदारी देंगे उसे सबको मानना होगा. उन्होंने कहा कि ये फैसला आलाकमान करता है. इसमें कोई दखल नहीं दे सकता. गौरतलब है कि आज भी मध्यप्रदेश में कांग्रेस नेताओं की राजनीति दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ के इर्द गिर्द घुमती है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या अगर उन्हें ये जिम्मेदारी दी गई तो वे इसे स्वीकार करेंगे. उन्होंने कहा कि वो कभी आलाकमान की बात ठुकरा नहीं सकते. इस बात पर वे हमेशा से कायम हैं. गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह 30 तारीख से नर्मदा परिक्रमा पैदल करने वाले हैं. इस दौरान वे छै महीने पदयात्रा करेंगे. इस यात्रा के पहले वे मां बमलेश्वरी का आशीर्वाद लेने डोंगरगढ़ आए हुए हैं.
हांलाकि इस यात्रा के बारे में राजनीतिक जानकार कह रहे हैं कि वे मध्यप्रदेश में अपनी खोयी ज़मीन फिर से हासिल करने की कोशिश करेंगे. इस यात्रा से अगर उनके बयान को जोड़ें तो इसके कई राजनीतिक मायने निकलते हैं.