नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैसले से रोकने के लिए लगाया गया 21 दिन का लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है. लेकिन अब ऐसा लगता है कि लॉकडाउन की अवधि को और आगे बढ़ाया जाएगा. यह बात बुधवार को प्रधानमंत्री की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राजनीतिक दल के नेताओं से हुई चर्चा के बाद सामने आई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अलग-अलग पार्टियों के नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा के बाद बीजेडी सांसद पिनाकी मिश्रा ने बताया कि पीएम ने स्पष्ट किया है कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन एक साथ नहीं हटाया जाएगा. उन्होंने बताया कि पीएम ने कहा कि प्री-कोरोना और पोस्ट-कोरोना की जिंदगी एक समान नहीं होने वाली. यही बात कांग्रेस सांसद अधीर रंजन और गुलाम नबी आजाद ने कही.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई चर्चा में लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, एनसीपी के शरद पवार, शिवसेना के संजय राउत के अलावा तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय, बीएसपी के सतीश चंद्र मिश्रा, डीएमके के टीआर बालू, बीजेडी के पिनाकी मिश्रा, वाईएसआर के मिथुन रेड्डी, एसपी के राम गोपाल यादव, जेडीयू के राजीव रंजन सिंह, एलजेपी के चिराग पासवान, अकाली दल के सुखवीर सिंह बादल सहित कई अन्य दलों के नेताओं ने हिस्सा लिया था.
इसके साथ ही माना जा रहा है कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तमाम प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के साथ 11 अप्रैल को होने वाली चर्चा के बाद ही लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाने का फैसला लिया जाएगा. लेकिन उम्मीद इसी बात की ज्यादा है कि इसे आगे बढ़ा दिया जाए.