सत्या राजपूत, बिलासपुर । कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए देशव्यापी लॉकडाउन में विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन क्लासेस संचालित करने के लिए निर्देशित किया गया है, लेकिन गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में इसका पालन न करते हुए शिक्षक छात्रों को केवल पीडीएफ भेजकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ले रहे हैं. इसकी शिकायत करते हुए छात्रसंघ की ओर से यूजीसी चेयरमैन को पत्र लिखा गया है.


गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी छात्र संघ के अध्यक्ष सचिन गुप्ता ने बताया कि हाल ही में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने देश के विभिन्न केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपति एवं कुलसचिव की बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर छात्रों को वर्चुअल इंटरनेट के माध्यम से उनकी पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए निर्देशित किया था. उन्होंने विश्वविद्यालय के अध्यापकों से छात्रों की वर्चुअल इंटरनेट के माध्यम से अध्ययन में किसी भी प्रकार की कोताही ना बरतें एवं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की मदद लेने के लिए ताकीद किया था, परंतु छत्तीसगढ़ के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय में ऐसा होता नहीं दिख रहा है.

उन्होंने बताया कि गुरु घासीदास विश्वविद्यालय के ज्यादातर विभागों में अध्यापक छात्रों के व्हाट्सएप ग्रुप में केवल पीडीएफ फाइल या नोट्स देकर उसे पढ़ने को बोल रहे हैं, जिससे छात्रों को अध्ययन में समस्या आ रही हैं. छात्र मांग कर रहे हैं कि विश्वविद्यालय के अध्यापक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये टॉपिक्स को समझाएं, परंतु ऐसा होता नहीं दिख रहा है. छात्रों की समस्या को देखते हुए छात्र परिषद के पदाधिकारियों ने इस संबंध में यूजीसी चेयरमैन के अलावा विश्वविद्यालय कुलपति, कुलसचिव और छात्र कल्याण अधिष्ठाता से पत्राचार किया है.