हेमंत शर्मा, रायपुर. छत्तीसगढ़ में कोरोना के बढ़ते आंकड़े को लेकर सांसद सुनील सोनी ने सरकार की तैयारियों पर सवाल उठाए हैं. सांसद सोनी ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा बढ़ेगा यह पहले से अनुमानित था. मैंने बार-बार राज्य सरकार से इसलिए कहा कि हम राजनीति नहीं कर रहे हैं हम आगाह कर रहे हैं. हमारा धर्म है कि हम आपको बताएं कि आपकी तैयारी ठीक नहीं है. सरकार को तैयारी करने की जरूरत है. मैंने यही आग्रह किया था. हर संभाग में एक अस्पताल एक लैब खोलिए. एम्स के भरोसे आप कब तक चलेंगे. एम्स के जितने डॉक्टर और नर्स है वह परिश्रम की पराकाष्ठा कर रहे हैं. 48 सैंपल 2 घंटे में निकलते हैं वहां 300 से 400 सैंपल का टेस्ट कर रहे हैं यानि 20 से 21 घंटा काम कर रहे हैं. वह मनुष्य है उनकी भी एक क्षमता है उनकी क्षमता का इतना ज्यादा परीक्षा मत लीजिए कि वह टूट जाए.
पीपीई किट, दवाइयां आपके पास उपलब्ध नहीं है. इन सब चीजों का टेंडर अब जाकर हो रहा है. राजनीति ना हमने कल की है और ना आज कर रहे है. हमारा धर्म है कि आपको सचेत करे. केंद्र सरकार आपको हर स्तर पर सहयोग कर रही है. इस संकट की घड़ी में हम आपके साथ हैं हम भागेंगे नहीं. केंद्र सरकार से सहयोग मिलने के बाद भी अगर कहते हैं कि हम 14 घंटा मेहनत कर रहे हैं लेकिन यह दिख नहीं रहा है. एक लैब और अस्पताल तक तैयार नहीं हुआ है. अब तो केंद्र सरकार ने एम्स को अधिकार दे दिया है. एम्स के दो व्यक्ति जाएंगे और देखेंगे कि अगर शर्तों का पालन आप करते हैं तो लैब के अनुमति यही मिल जाएगी. आपको दिल्ली जाने की जरूरत नहीं है.
मेरी जानकारी के अनुसार रायगढ़ और रायपुर के अंदर एम्स के लोग गए हैं. अगर शर्तों का पालन हुआ होगा तो आजकल में अनुमति मिल जाएगी. राज्य सरकार से मेरा आग्रह है कि इलाज की व्यवस्था करें. वेंटिलेटर के जो मरीज है एम्स उनके लिए है. चलता फिरता मरीज को भी आप एम्स भेज रहे हैं, तो यह अच्छा नहीं है. रायपुर पीलिया से ग्रसित है मैं भी दो बार महापौर रहा हूं जिन क्षेत्रों के अंदर गंदा पानी आ रहा है तो पानी को बंद कर देना चाहिए था, उससे कोई हाहाकार नहीं मत जाता.
पीलिया के मरीज मिल रहा है यह तकलीफ दायक है. एक तरफ कोरोना का ख़ौफ़ रायपुर के अंदर है और यह पीलिया का आतंक जो फैल चुका है. सरकार इस जगह पर असफल हो रही है. मुझे इस बात का दु:ख है. इस मामले में कोई बात करने को तैयार नहीं है. अन्य लोगों से सलाह लेने के लिए मानसिकता बनाना चाहिए. सत्ता के अहंकार में आप होंगे, लेकिन यह समय अहंकार का नहीं है यह समय चर्चा का है.