रायपुर। विश्व के कई देशों में बड़ी संख्या में छत्तीसगढ़ के लोग निवास करते हैं. वे जिन देशों में रहते वे देश कोरोना से खासे प्रभावित हैं. विशेषकर अमेरिका में स्थिति बेहद खराब है. और अमेरिका में बड़ी संख्या छत्तीसगढ़िया लोग भी रहते हैं. अमेरिका के अलग-अलग शरहों में रहने वाले और कई अन्य देशों में रहने वाले छत्तीसगढ़ियों ने नाचा संस्था के जरिए उन इलाकों की जानकारी साझा की जहाँ पर वे रहते हैं. वहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के फैलाव नहीं होने को लेकर राज्य सरकार की ओर उठाए गए सख्त कदमों की तारीफ भी की है.

शिकागो

नार्थ अमेरिकन छत्तीसगढ़ एसोसियेशन( नाचा NACHA) की संस्थापक दीपाली सरावगी, जो कि रायपुर की रहने वाली कहती है कि अमेरिका में कोरोना को लेकर महामारी की सिथिति है. यह केवल छत्तीसगढ़ के समुदाय के बारे में सोचने का समय नहीं है. यह समय एक-दूसरे को समर्थन देने और जरूरतमंदों तक मदद पहुँचाने का. फिलहाल हम ऐसी स्थिति में कि घर में बंद है. नाचा के हम सभी सदस्य फ्रंट लाइन रिस्पॉडंर (डॉक्टर, नर्स, पुलिस, सेना, मीडिया, सफाईकर्मी सहित अन्य) को प्यार, देखभाल, समर्थन और प्रशंसा के संदेश के साथ हम प्लेकार्ड धारण करने का चित्र भेजकर समर्थन कर रहे हैं.

शिकागो

नाचा के के कार्यकारी अध्यक्ष गणेश कर, जो बचेली दंतेवाड़ा के रने वाले कहते हैं कि यह पूरी दुनिया के लिए सबसे बुरा समय है. इस समय में सावधानी और सतर्कता सबसे जरूरी है. जरूरी है कि हम सामाजिक दूरी को बनाकर रखे. हम सभी एक अप्रत्याशित भविष्य की अर्थव्यस्था में रहे हैं, जो लाखों लोगों और व्यवसायों को प्रभावित कर सकते हैं. हालांकि हम यही पूरी उम्मीद करते हैं कि सबकुछ जल्द ही बेहतर होगा.

कनाडा

नाचा के कार्यकारी उपाध्यक्ष पंकज अग्रवाल जो कि बिलासपुर के रहने वाले हैं और टोरंटों में इस समय रहते हैं. कहते हैं कि टोरंटो में 15 मार्च से ही लॉकडाउन है. 1 मई तक यहाँ पर लॉकडाउन है. सप्ताह में सिर्फ 1 दिन किराने के समान खरदीने के लिए छूट दी गई है. किराने के दुकान में भी सामाजिक दूरी को बनाकर रखना पड़ता है. यहाँ औसनत एक से डेढ़ घंटे तक वक्त समान खरीदने में लगता है.

 सैन फ्रांसिस्को-बे एरिया

नाचा की कार्यकारी सचिव सुनील अग्रवाल, जो कि बिलासपुर की रहने वाली हैं और इस समय कैनिफोर्निया के फोरस्ट सिटी( सैन फ्रांसिस्को-बे एरिया) में रहती हैं. कहती है कि मैं अरने पति और 3 साल के बेटे के साथ यहाँ पर निवासरत हूँ. शुरुआत में हमने सोचा था कि इस सॉकडाउन के दौरान हमारी सबसे बड़ी चुनौती दैनिक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करना होगा. इस चिंता को लेकर थोड़ी घबराहट थी. हम इस कोशिश में रहे कि जल्द से जल्द महीनों को स्टॉक जमा कर घर में रख ले. लेकिन भगवान का शुक्र है कि हमारे इलाके में कोरोना का फैलाव नहीं हुआ. स्थिति में अब बहुत सुधार है.

फ्लोरिडा

नाचा की कार्यकारी संयुक्त सचिव मोनिका अगवानी जो कि भिलाई की रहने वाली है और इस वक्त फ्लोरिडा में रहती हैं. वे कहती हैं कि फ्लोरिडा में कोरोना पॉजिटिव के मामले में वृद्धि के कारण आने-जाने पर विशेष सावधानी बरत रहे हैं. भारतीय स्टोर में स्टॉक की कमी है. फिलहाल हमने एक महीने तक इंतज़ाम कर लिया है.

कैलिफोर्निया

नाचा के कैलिफोर्निया अध्यक्ष नील जोसेफ के कोरबा के रहने वाले और इस लॉज एंजिल्स में रहते हैं. वे कहते हैं कि हमारे इलाके में छत्तीसगढ़ के रहने वाले सभी सदस्य पूरी तरह सुरक्षित हैं. हम सभी सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं. मैं छत्तीसगढ़ के लोगों से घर पर रहने और सरकारी आदेशों का कड़ाई से पालन करने का अनुरोध करता हूँ.

न्यूजर्सी

नाचा के न्यूजर्सी अध्यक्ष उमा जोशी जो कि भिलाई की रहने वाली हैं, कहती हैं कि कोरोना के यहाँ अब तक 62 हजार मामले सामने आ चुके हैं. इसमें 2350 लोगों की मौत हो चुकी है. न्यूजर्सी में लॉकडाउन 22 मार्च को शुरू हुआ था, जो कि 30 अप्रैल तक है. लोगों को केवल किराने और अस्पताल जैसे समानों के लिए आने-जाने की छूट है.

कोरोलराडो

नाचा के कोलोराडो लीड मीनल मिश्रा जो कि रायपुर की रहने वाली हैं, कहती हैं कि कोलोराडो में कोरोना को लेकर स्थिति अच्छी नहीं है. यहाँ अभी तक 7303 मामले सामने आए हैं. यहाँ अब तक 290 लोगों की मौत हो चुकी है. यहाँ केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए बाहर जाने की अनुमति है. अन्य सभी तरह की सेवाओं को बंद कर दिया गया है. स्थानीय मंदिरों में लाइन लगाकर दर्शन करने लिए 1 घंटे का समय दिया गया है.

आस्ट्रेलिया

नाचा के ऑस्ट्रेलिया लीड दिप्ती केशरी जो कि भिलाई की रहने वाली है इस अपने पति और दो बेटों के साथ मेलबर्न में रहती हैं. वे कहती हैं. कि हम यहाँ पिछले 9 वर्ष से रहे हैं. यहाँ कोरोना के मामले बढ़ने के बाद सरकार काफी सख्ती बरती है. यहाँ पूरी तरह लॉकडाउन है. आपातकालीन स्थिति में बाहर जाने के लिए अनुमति लेनी होती है. यहाँ सभी तरह की यात्रा प्रतबंधित है. छत्तीसगढ़ को लेकर हम समाचारों के जरि अपडेट होते रहते हैं. छत्तीसगढ़ में सरकार बेहतर काम कर रही है. वहाँ संक्रमण के मामले बहुत कम है. संक्रमण को फैलने रोकने के लिए सरकार सख्त कदम उठाए जिसका लाभ वहाँ के जनता को मिला है. हम सब यही उम्मीद करते हैं कि जल्द पूरी दुनिया को संक्रमण से मुक्ति मिलेगी.