हेमंत शर्मा,रायपुर। देश में लॉकडाउन 3 मई तक के लिए बढ़ गया है. पिछली बार की अपेक्षा इस बार लॉकडाउन का ज्यादा सख्ती से पालन कराने की बात प्रधानमंत्री ने जरूर कही है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. राजधानी रायपुर में सरकार और प्रशासन के सामने ही सड़कों पर लोगों की आवाजाही अधिक हो गई है. लॉकडाउन का खुलेआम उल्लंघन और सोशल डिस्टेसिंग का भी रत्तीभर पालन नहीं हो रहा है. ऐसे में इसे अधिकारियों की लापरवाही न कहें, तो और क्या कहें ? हालांकि ट्रैफिक पुलिस वाहनों की चालानी कार्रवाई जरूर कर रही है, लेकिन उन्हें रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है. चालान कटवाकर लोग बेखौफ घूमने में लगे हैं. शहर में आवाजाही बढ़ने के साथ ही बैंकों के बाहर भी भीड़ उमड़ गई है. लोग जनधन खाते से राशि निकालने बड़ी संख्या बैंकों तक पहुंच रहे हैं.
लॉकडाउन के दौरान ट्रैफिक पुलिस ने साढ़े चार हजार गाड़ियों के ऊपर अब तक चालानी कार्रवाई कर चुकी है. इस चालानी कार्रवाई में साढ़े 17 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई है. लॉकडाउन का पालन कराने 48 चेकिंग पॉइंट पर कार्रवाई जारी है. ट्रैफिक एडिशनल एसपी एमआर मंडावी के मुताबिक वो चाहते हैं कि चालानी कार्रवाई न करे. पहले लोगों को समझाते है, अगर वो नहीं मानते तब जाकर चलानी कार्रवाई की जाती है. अब तक की कार्रवाई में साढ़े 17 लाख रुपये तक की राशि आ गई है.
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बड़ा सवाल तो यही उठता है कि चालानी कार्रवाई करने से क्या आम जनता को सड़कों पर आने से रोका जा सकता है ? पुलिस प्रशासन आखिर सख्ती क्यों नहीं बरत रही है. पहले से ज्यादा भीड़ अभी सड़कों पर दिख रही है.