नई दिल्ली। कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के कमोबेश चार महीने बाद अब इसका स्त्रोत स्पष्ट होने लगा है. एक अमरीकी न्यूज चैनल की माने तो इसे वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी में काम करने वाली एक महिला इंटर्न की नामसझी की वजह से यह पूरी दुनिया में फैला है.

द फॉक्स न्यूज के स्त्रोत के हवाले से प्रसारित खबर के मुताबिक, चमगादड़ों में नैसर्गिंक तौर पर पाया जाने वाला इस वायरस पर वुहान के संस्थान में शोध किया जा रहा था. शुरुआती स्तर पर यह चमगादड़ से मनुष्य में पहुंचा, और इसका पहला मरीज वुहान के लैब में ही काम कर रहा था.

लैब में काम कर रही महिला इंटर्न दुर्घटनावश इस वायरस की चपेट में आ गई, जिसने अनजाने में इस वायरस से पहले अपने पुरुष मित्र को संक्रमित किया, और फिर महिला इंटर्न के जब वुहान जीव बाजार में पहुंची, तो वहां से फिर अन्य लोगों में फैलना शुरू हो गया.
फॉक्स न्यूज के अनुसार, कोरोना के पहले स्त्रोतों में वुहान के जीव बाजार को माना जाता रहा है, लेकिन इस बाजार में चमगादड़ों की बिक्री कभी नहीं हुई है. लेकिन चीन वुहान के लैब पर दोष न मढ़ा जाए, इसके लिए इसी जीव बाजार को स्त्रोत बताता है.

जब न्यूज चैनल के संवाददाता ने नियमित प्रेस ब्रीफिंग में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से इस संबंध में पूछा तो उन्होंने वुहान लैब से वायरस के फैलने की न तो पुष्टि की, और न ही इसे खारिज किया. उन्होंने कहा कि बहुत सारी ऐसी बातें सामने आ रही हैं, हम देंखेंगे. हम इस पर गहराई से परीक्षण कर रहे हैं.