रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कोरबा के कटघोरा में कोरोना संक्रमण की रोकथाम और बचाव के उपायों की स्वयं मॉनिटरिंग कर रहे हैं। वे कोरबा जिले की कलेक्टर एवं एस.पी.से रोज ताजा स्थिति की जानकारी ले रहे है। मुख्यमंत्री ने कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए कोरबा जिले में ही अत्याधुनिक सुविधा युक्त हॉस्पिटल स्थापित करने के निर्देश दिये हैं। उनके निर्देश पर कोरबा के डिंगापुर में बने ई.एस.आई.सी.अस्पताल के नवनिर्मित भवन को कोविड अस्पताल के रूप में तेजी से विकसित किया जा रहा है। अस्पताल में डीएमएफ मद, सीएसआर मद सहित शासकीय मदों का कन्वर्जेन्स करके विभिन्न सुविधाओं को विकसित किया जा रहा है।

 

कलेक्टर किरण कौशल के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए 100 बिस्तर अस्पताल विकसित करने का काम तेजी से किया जा रहा है। अस्पताल में सिंगल रूम वाले 33 एकल वार्डो में व्यवस्थाओं के साथ 20 बिस्तर का आईसीयू-एचडीयू और 50 बिस्तरों का जर्नल वार्ड बना लिया गया है। अस्पताल में 3 वेंटिलेटरों सहित वार्डो में कोरोना संक्रमितो के इलाज के लिए आवश्यकता पड़ने पर समेकित आक्सीजन सप्लाई सिस्टम भी स्थापित कर लिया गया है। आवश्यकता पड़ने पर जिले के निजी अस्पतालों से तत्काल 18 और वेटिंलेटर इस अस्पताल के लिए अधिगृहित करने निर्देश जारी किये जा चुके है। कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए विशेष प्रशिक्षित 6 डाक्टरों तथा 12 नर्सिग स्टाफ सहित 4 वार्ड ब्वाय भी डयूटी पर लगाये गये है। इस अस्पताल में जरूरी दवाईयां पीपीई कीट, मास्क सेनेटाईजर सहित अन्य जरूरी उपकरण और सुरक्षा के सामानों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था कर ली गयी है।

कोविड अस्पताल में काम करने वाले डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ के लिए अलग से आवास व्यवस्था अस्पताल परिसर में ही किया गया है। अस्पताल परिसर में बने 32 मकानों को इसके लिए अधिगृहित किया गया है।