रायपुर। लल्लूराम डॉट कॉम में छोटी-छोटी ख़बरों के साथ अब हर दिन पढ़िए और देखिए पॉकेट बुलेटिन. इस बुलेटिन में चुनिंदा ख़बरें आपके लिए कम्पलीट पैकेज के साथ मौजूद हैं. जिसे पढ़कर और देखकर आप रह सकते हैं हर वक़्त अपडेट….तो आइए जानते हैं सोमवार को कौन-कौन सी ख़बर चर्चा में रही.

दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा पहुँचा 24 लाख के करीब

कोरोना दुनिया भर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 24 लाख के करीब पहुँच गई है. अमेरिका, स्पेन, फ्रांस, ब्रिटेन जैसे देश बुरी तरह से प्रभावित हैं. वायरस की वजह से अब तक 1 लाख 60 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. समाचार एजेंसी एफपी के मुताबिक दुनियाभर के 23,31,318 एक्टिव मामलों में से 160502 लोगों की मौत हो चुकी है. 101398 मौतें सिर्फ यूरोप में ही हुई हैं. कोरोना वायरस ने यूरोप को हिलाकर रख दिया है. अमेरिका में अब तक कोरोना वायरस से 39,090 लोगों की मौत हो चुकी है. इटली में 23,227 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं ब्रिटेन में मरने वालों की संख्या 15,464 तक पहुंच गई है. पाकिस्तान में रविवार को पिछले 24 घंटे में कोरोना के 869 नए मामले रिपोर्ट हुए. इसके साथ ही पाकिस्तान में अब कुल 8,348 लोग इस संक्रमण की चपेट में हैं.

जर्मनी को कोरोना से 149 बिलियन यूरो (161 बिलियन डॉलर) का नुकसान !

कोरोना वायरस की वजह से देश-दुनिया में लगे लॉकडाउन का अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ा है. दुनिया के तमाम देश इसका ठीकरा चीन पर फोड़ रहे हैं. जर्मनी को कोरोना से 149 बिलियन यूरो (161 बिलियन डॉलर) का नुकसान होने का आंकलन करते हुए चीन से क्षतिपूर्ति मांगी गई है.जर्मनी के सबसे बड़े अखबार ‘बिल्ड’ ने ‘चीन का हम पर कितना उधार’ शीर्षक से कोरोना की वजह से पर्यटन को 27 बिलियन यूरो, फिल्म उद्योग को 7.2 बिलियन यूरो, जर्मनी विमानन कंपनी लुप्तहांसा को प्रति घंटा एक मिलियन यूरो और जर्मन लघु उद्योगों को 50 बिलियन यूरो के नुकसान का आंकलन किया है. और जर्मनी की अर्थव्यवस्था (जीडीपी) 4.2 प्रतिशत गिरती है, तो प्रति व्यक्ति 1784 यूरो नुकसान का आंकलन किया गया है.

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य सरकारों को लिखा पत्र 

भारत में कोरोना संक्रमण के मामले में पहले की तुलना में अब कमी आ रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन नें कहा गया है कि बीते दिनों के अनुपात में केस कम आ रहे हैं. हालांकि संक्रमितों की संख्या 17 हजार के पार चली गई है. बावजूद इसके हम रोकथाम की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. देश में पिछले 24 घंटे में 36 लोगों की मौत हुई है. वहीं 1553 नए मामले सामने आए हैं. गृह मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों को पत्र लिखा गया है. राज्यों से कहा गया है कि सोशल डिस्टेंस और लॉकडाउन का पालन अभी किया जाए. कुछ जिलों से लॉकडाउन उल्लंघन की ख़बरें भी आई जो चिंताजनक है.

पालघर में दो साधू सहित तीन की हत्या, 100 से अधिक गिरफ्तार, दो पुलिसकर्मी निलंबित

महाराष्ट्र के पालघर में दो साधू सहित तीन लोगों की मौत के बाद से सियासी बवाल मचा हुआ है. पुलिस की मौजूदगी में भीड़ तंत्र की ओर से की गई हत्या से महाराष्ट्र सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर है. सोशल मीडिया में महाराष्ट्र सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. ट्विटर पर भी #पालघर का गुनहगार ट्रेंड कर रहा है. हालाँकि अभी तक मामले में 100 अधिक लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मुख्‍यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया की उन्‍होंने सोमवार सुबह अमित शाह से पालघर की घटना के बारे में बात की और मामले में की गयी कार्रवाई की जानकारी दी. उन्‍होंंनेे बताया की दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. मामले की जांच के लिए एडीजी सीआईडी क्राइम अतुलचंद्र कुलकर्णी को नियुक्त किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि पूरी घटना में कुछ भी सांप्रदायिक नहीं है. कोई भी ये न सोचे की पाबंदी हटा दी गयी है. हमने सिर्फ अर्थव्यवस्था के पहिये को थोड़ा सा घुमाने की कोशिश की है. अगर इस तरह की घटना सामने आती रही तो हम सख्‍त कदम उठायेंगे, इसके लिए जरूरी है की ऐसी घटना दोबारा न हो.

सीएम योगी आदित्यनाथ के पिता का निधन, अंतिम संस्कार में शामिल नहीं होंगे योगी

उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट का आज 80 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था. उन्होंने आज यानी सोमवार की सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर अंतिम सांस ली. वहीं अपने पिता के निधन पर दुःख प्रकट करते हुए योगी आदित्यनाथ ने परिवार वालों को पत्र लिखकर कहा कि वे अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाएंगे. उन्होंने अपने भावुक पत्र में कहा कि अंतिम दर्शन करने की बड़ी इच्छा थी, लेकिन कोरोना संक्रण के चलते राज्य में फैले महामारी के मद्देनज़र शामिल न हो रहा हूँ. मैं आप सबसे क्षमा मांगता हूँ. अपील भी करता हूँ कि अंतिम संस्कार के दौरान लोगों की संख्या कम होगी. सोशल डिस्टेंस का पालन रखेंगे. योगी के पिता के निधन पर छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गहरा शोक प्रकट करते हुए अपनी श्रद्धांजलि दी है.

प्रवासी मजदूरों को लेकर एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (ADR) ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई याचिका

प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन में अपने घर जाने की इजाजत देने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (पीआईएल) दाखिल किया गया है. एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफार्म (ADR) की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण की ओर से यह याचिका दाखिल की गई है. दायर याचिका में प्रवासी मजदूरों को विभिन्न शहरों से अपने गृहनगर तक जाने के लिए आवागमन का साधन मुहैया कराने की मांग की गई है. याचिका में लॉकडाउन की वजह से सर्वाधिक प्रभावित इन प्रवासी मजदूरों कोरोना टेस्ट के बाद अपने घर जाने के लिए अवश्य इजाजत देनी चाहिए. याचिका में कहा गया है कि जिनका कोविड-19 टेस्ट निगेटिव आया है, उन्हें उनकी इच्छा के विरुद्ध अपने घर-परिवार से दूर किसी शेल्डर होम में जबरदस्ती रोकना नहीं चाहिए. सरकार को इनके घर तक की सुरक्षित यात्रा के लिए समुचित यातायात व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए.

CBSE ने कोरोना की वजह से लिए बदला पाठ्यक्रम 

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा मंडल (CBSE) ने कोरोना वायरस के असर को देखते हुए शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए कक्षा 6वीं से लेकर 12वीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव किया है.CBSE ने पाठ्यक्रम को छोटा कर दिया है, जिससे कोरोना लॉकडाउन की वजह से समुचित पढ़ाई नहीं कर पाने का बच्चे खामियाजा न भुगते. कोरोना वायरस के असर को देखते हुए लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है. ऐसे में स्कूलों के लिए जुलाई के अंतिम और अगस्त के पहले सप्ताह से कक्षाएं शुरू कर पाना मुश्किल है, जिसे ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने पाठ्यक्रम को छोटा किया है.

मुख्यमंत्री ने भूपेश बघेल ने सभी जिलों को दिया 25-25 लाख, कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए दी राशि

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी 28 जिलों को 25-25 लाख रूपए की राशि जारी की है. मुख्यमंत्री सहायता कोष से कुल 7 करोड़ रूपए की राशि जारी की गई है. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए आवश्यक संसाधन, सामग्री और राहत कार्यो के लिए यह राशि खर्च की जाएगी. मुख्यमंत्री बघेल ने इससे पूर्व राज्य के 11 जिलों को 20-20 लाख रूपए की राशि जारी की थी. इसमें कोरबा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, बलौदाबाजार, राजनांदगांव, बलरामपुर, मुंगेली, कोरिया और कबीरधाम जिले शामिल थे। अभी 25-25 लाख रूपए प्रदेश के सभी 28 जिलों को आबंटित किया गया है.

कोरोना संक्रमण के रोकथाम में छत्तीसगढ़ बना मॉडल,  देश भर में सुर्खियाँ बटोर रहा है

कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिहाज से छत्तीसगढ़ का प्रबंधन देश में सुर्खिया बटोर रहा है. केंद्र के साथ-साथ कई राज्यों की सरकार अध्ययन में जुटी है कि आखिर कैसे स्वास्थ्यगत ढांचा कमजोर होने के बावजूद छत्तीसगढ़ ने कोरोना से निपटने कारगर रणनीति अपनाई ? इस बीच कई राज्यों से खबर आ रही है कि टेस्टिंग किट की खरीदी किए जाने के बाद अब वहां की राज्य सरकारें इस बात का पुर्नमूल्याकंन कर रही है कि आखिर छत्तीसगढ़ ने कैसे अपनी शर्तों पर दर तय कर न्यूनतम दर पर किट की खऱीदी कर ली ? राज्य के स्वास्थ्य महकमे के मुताबिक जब कम दर पर खरीदी का टेंडर जारी किया गया, तो यह मुद्दा देश के लगभग सभी राज्यों में चर्चा का विषय बन गया. राजस्थान, तमिलनाडु और केरल जैसे राज्यों से आई खबर बताती है कि वहां नेताओं ने विरोध दर्ज करते हुए कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में छत्तीसगढ़ का माॅडल क्यूं न अपनाया जाए ? बता दें कि छत्तीसगढ़ सरकार ने रैपिट टेस्टिंग किट 337 रूपए प्लस जीएसटी की दर पर खरीदी का आदेश जारी किया है, जबकि दूसरे राज्यों में यह खरीदी 700- 800 रूपए की दर पर की गई है. राज्य सरकार ने इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर की मान्यता प्राप्त कंपनी से ही यह खरीदी की है. रैपिट टेस्टिंग किट की सप्लाई के बाद छत्तीसगढ़ में कोरोना की जांच में और तेजी आ जाएगी. इस किट से मरीजों की जल्दी पहचान होगी और वायरस के संक्रमण को बढ़ने से रोका जा सकेगा.

देखिए बुलेटिन
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