
रमेश सिन्हा, पिथौरा. ब्लॉक के समीप के ग्राम कैलाशपुर के जंगल में महुआ बीनने गए एक वृद्ध पर तीन भालुओं ने हमला कर दिया. इस हमले में वृद्ध गंभीर रूप से घायल हो गया. उसे तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गम्भीर चोट होने के कारण उसे रायपुर रेफर कर दिय गया. जानकारी के मुताबिक, सोमवार की अल सुबह 5 बजे ग्राम पंचायत डोंगरीपाली के आश्रित ग्राम कैलाशपुर निवासी 65 वर्षीय सुखरू बाघ प्रति दिन की तरह अपने साथियों के साथ महुआ बीनने जंगल गया था. सभी ग्रामीण अलग-अलग पेड़ों के नीचे गिरे महुआ बिन रहा था. इस बीच अचानक जंगल से तीन भालू महुआ खाने आए थे.
इस दौरान सुखरू को देखकर वे उस पर टूट पड़े और उसके गले को अपने नाखूनों से बुरी तरह नोंच दिया. अपने एक साथी पर भालुओं का हमला देख आस-पास के पेड़ों के नीचे महुआ बीन रहे अन्य ग्रामीणों ने एकत्र होकर चिल्लाना प्रारम्भ किया. तब अचानक भालू सुखरू को घायल छोड़ जंगल की ओर भाग निकले. इसके बाद ग्रामीणों ने सरकारी एम्बुलेंस में सुखरू को स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया.
परिजनों का आरोप, डॉक्टरों से कटी गले की नस
सुखरू के साथ उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे ग्रामीणों एवं दुलीकेशन साहू ने बताया कि उपचार के दौरान ड्यूटी डॉक्टर से सुखरू के गले की कोई नस कट गई थी. जिसकी वजह से उसे रायपुर भेजा गया है. नस कटने की बात स्वयं डॉक्टर ने उन्हें बताई है. दूसरी ओर स्थानीय चिकित्सा केंद्र की खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ तारा अग्रवाल ने नस कटने की बात का खंडन करते हुए बताया कि भालू के हमले में भालू के नुकीले नाखून सुखरू के गले के अंदर तक कि नस को नुकसान पहुंचाया है. चूंकि घटना के बाद रक्त निकलने के बाद खून जमा था. घाव की गहराई देखने के लिए खून का थक्का निकलने के बाद गले से और खून निकला था. जिसे ग्रामीण इस कटना मान रहे हैं. वन विभाग ने 1 हजार की तत्काल सहायता दी है.
घटना की सूचना मिलते ही तत्काल वन अमला स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पहुंच गया. वन विभाग के एक कर्मी को अस्पताल में देखरेख के लिए रख कर 1000 रुपये की तत्काल सहायता घायल के परिजनों को दी गयी है. उपचार में परिजनों द्वारा खर्च की गई अन्य राशि उपचार के बाद दी जाती है.