स्पोर्ट्स डेस्क– टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाजों में से एक रहे युवराज सिंह को कौन नहीं जानता है. लंबे लंबे सिक्सर लगाने में महारत रखने वाले खिलाड़ी, टी-20 वर्ल्ड कप में तो 6 गेंद में 6 सिक्सर ही लगा दिया था, वो भी इंग्लैंड के स्ट्राइकर गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में. इतना ही नहीं टी-20 वर्ल्ड  कप में अगर भारत चैंपियन बना था तो युवी ने कमाल का प्रदर्शन किया था, वनडे वर्ल्ड कप में साल 2011 में भारतीय टीम चैंपियन बनी तो युवराज सिंह ने कमाल किया. इतना ही नहीं आईसीसी के कई ट्रॉफियों और टीम इंडिया के कई बड़े सीरीज में युवी का कमाल दिखा. उनकी बल्लेबाजी और उनकी गेंदबाजी का हर कोई लोहा मानता है.

लेकिन आईपीएल में युवराज का वो कमाल नहीं दिखा, जिसकी उम्मीद हर समय उनके फैंस और फ्रेंचाइजी करती रही. युवी बड़े बड़े शॉट्स लगाने में  महारत रखते थे इसलिए उन्हें आईपीएल की फ्रेंचाइजी टीमें मोटी रकम खर्च करके अपनी टीम में शामिल करती थीं लेकिन युवी वो कमाल नहीं कर पाते थे, जिस उम्मीद के साथ उन्हें टीम में शामिल किया जाता था.

और अब क्रिकेट से संन्यास के करीब एक साल बाद युवराज सिंह इन दिनों अपने क्रिकेट करियर को लेकर कई खुलासे कर रहे हैं. युवी ने अब खुद ही ये खुलासा किया है कि आखिर वो क्या कारण था जिसकी वजह से वो आईपीएल में लोगों के उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके. युवराज सिंह कहते हैं कि आईपीएल में मिलने वाली मोटी रकम की वजह से वो बहुत ज्यादा प्रेशर में रहते थे. आईपीएल में जितना अधिक पैसा मिलता है उनता ज्यादा प्रेशर भी बढ़ जाता है. आईपीएल में अभी भी सबसे महंगी बोली लगने का रिकॉर्ड युवराज सिंह के नाम ही दर्ज है.

युवराज सिंह ने आगे कहा कि ज्यादा पैसे मिलने की वजह से प्रेशर भी आता है, मैं ऐसा तो नहीं मानता कि ये एक खिलाड़ी को बदल देता है, लेकिन जब आप ऊपर चढ़ते हैं तो लोग आपको नीचे गिराने की कोशिशों में भी लग जाते हैं. प्वाइंट इतना ही कि अगर आप परफॉर्म नहीं कर पाते हैं तो सवाल खड़ा होता है कि आपको इतने पैसे मिल रहे हैं और फिर भी आपको बल्ला नहीं चल रहा है, खिलाड़ी के बारे में सिर्फ निगेटिव खबरें ही चलने लगती हैं. मेरी सलाह है कि युवा खिलाड़ियों को टीवी, न्यूज पेपर से दूर रहना चाहिए.

गौरतलब है कि युवराज सिंह पर फ्रेंचाइजियां अक्सर ज्यादा पैसे खर्च करते थे और उन्हें अपनी टीम में शामिल करते थे, साल 2015 में युवराज सिंह को दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने 16 करोड़ रुपए में खरीदा था।