महासमुंद। कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान सांसद चुन्नीलाल साहू ने कलेक्टर के जरिए राज्य सरकार को भेजे पत्र में दूसरे राज्यों में काम करने गए छत्तीसगढ़ के मजदूरों की वापसी पर सतर्कता बरतने का आह्वान किया है.
सांसद साहू ने कहा कि कोरोना के कहर से छत्तीसगढ़ को बचाने केंद्र और राज्य की सरकारों का अद्वितीय प्रयास रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर देशव्यापी लाक डाउन का पालन कर छत्तीसगढ़ राज्य की जनता ने भी जागरुकता का परिचय दिया. लेकिन भविष्य के खतरों के प्रति भी हमें सचेत होने की जरूरत है.
सांसद ने बताया है कि दिवाली के पहले और खरीफ का काम निपटाने के बाद छत्तीसगढ़ के महासमुंद लोकसभा क्षेत्र से ही 32,788 मजदूर उत्तरप्रदेश और देश के दूसरे हिस्सों में काम करने चले गए हैं. जिन स्थानों में छत्तीसगढ़ के मजदूर गए हैं वहां लॉकडाउन की वजह से काम बंद हैं.
लॉक डाउन में फंसे क्षेत्र के मजदूरों ने सांसद से संपर्क किया, जिस पर उन्होंने उन क्षेत्रों के सांसद और केंद्र सरकार के माध्यम से उचित प्रबंध कराए हैं. वहीं लॉकडाउन खत्म होने के बाद वापस छत्तीसगढ़ लौटने पर संक्रमण का खतरा राज्य में बढ़ेगा, इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है.
पत्र के माध्यम से सांसद चुन्नीलाल साहू ने राज्य सरकार को सुझाव दिया है कि ऐसे मजदूरों के स्वास्थ परीक्षण के लिए पहले से ही हमें तैयार रहना चाहिए. इसके लिए क्षेत्र को भयमुक्त करने के लिए राज्य की सरकार को गंभीर होने की आवश्यकता है और मजदूरों का स्वास्थ परीक्षण करने के लिए पृथक से व्यवस्था की जानी चाहिए.