सुप्रिया पांडे,रायपुर। कोरोना वायरस के प्रकोप से छत्तीसगढ़ के गांव, शहर भी अछूते नहीं रहे है. भले ही वायरस का असर प्रदेश में कम रहा हो, लेकिन इसकी वजह से त्यौहारों पर भी खासा असर पड़ रहा है. व्यापारियों की झोली में केवल अफसोस ही नजर आ रहा है. व्यापारी चाहते है कि त्यौहार के सीजन में उन्हें भी दुकान खोलने की अनुमति देनी चाहिए. उसके लिए भी एक गाइडलाइन जारी करना चाहिए.
इस मामले में चेंबर ऑफ कमर्स के अध्यक्ष जितेंद्र बर्लोटा ने बताया कि अक्षय तृतीया बहुत बड़ा त्यौहार होता है. बहुत शादियां होती है और लॉकडाउन की वजह से मुझे नहीं लगता कि छत्तीसगढ़ में भी शादियां होंगी. ये व्यापार उद्योग जगत के लिए बहुत बड़ा नुकसान होगा. जहां तक ग्रामीण क्षेत्रों की बात की जाए ग्रामीण क्षेत्रों में भी शादियां होती है, लेकिन वहां भी शादियां नहीं होगी. निश्चित है इससे काफी नुकसान होगा.
सराफा कारोबारी त्रिलोक बरडिया ने बताया कि पूरी जनता के स्वास्थ्य को देखा जाए, तो जिंदगी का भी अपना महत्व है. जिसे देखते हुए सरकार जो अच्छा निर्णय ले सके उन्हें लेना चाहिए. अभी कई सारे व्यापार को खोलने की अनुमति दी गई है. उसी प्रकार अक्षय तृतीया के मौके पर सराफा व्यापारियों को भी दुकान खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए. सभी की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस त्यौहार को विशेष तरीके से हम कैसे मनाए. इसके लिए सरकार अपने कुछ बंदिशों के साथ गाइड लाइन जारी करना चाहिए. हमारी भी जवाबदारी छत्तीसगढ़ की जनता के प्रति बनती है कि हम उन्हें कैसे सुरक्षित रखें.