रायपुर. लल्लूराम डॉट कॉम ने आज भोपाल में फंसे छत्तीसगढ़ के 89 से ज़्यादा परिवारों के खाने के लिए तरसने की ख़बर बनाई. इस खबर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संज्ञान लिया है. उन्होंने फौरन श्रम विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा को मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद बोरा की पहल पर राज्य के अधिकारियो ने भोपाल के जिला प्रशासन से बात करके फंसे मज़दूरों की सूची दी. भोपाल के अधिकारियों ने छत्तीसगढ़ के सभी मजदूरों को राशन उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है.
गौरतलब है भोपाल के अलग-अलग स्थानों पर मज़दूर फंसे हुए हैं. वे खेत से गेंहू बीनकर किसी तरह अपना पेट भर रहे हैं. कई जगहों पर किसी तरह की कोई मदद नहीं पंहुच रही है. जबकि भोपाल की शिवराज सरकार लॉक डाउन के दौरान लोगों को अनाज बांट रही है लेकिन इन तक न अनाज पंहुच पा रहा है ना ही पका हुआ खाना.
ये मज़दूर छत्तीसगढ़ के कवर्धा, रायपुर, मुंगेली, बेमेतरा और बिलासपुर जिले के हैं. जो काम करने के लिए भोपाल चले जाते हैं. लेकिंन लोक डाउन के चलते ये वहीं फंसे हुए हैं. इन लोगों ने जो कमाया था वो खाने में खर्च हो गया और अब इनके पास खाने के पैसे भी नहीं हैं.