पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद। जिले के दूरस्थ अंचल में बसे आमामोरा गांव में मलेरिया कहर बनकर टूटा है. गांव में एक दर्जन से ज्यादा लोग मलेरिया की चपेट में है, लेकिन जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग इससे बेखबर है.
जिला पंचायत उपाध्यक्ष संजय नेताम ने गांव का दौरा करने के बाद मीडिया के समक्ष इसका खुलासा किया. उन्होंने बताया कि गांव में तकरीबन 20 मरीज मलेरिया से पीडित है, इसमें महिला और बच्चे भी शामिल है, इस संबंध में उन्होंने गांव में पदस्थ मितानिन से भी चर्चा की है, उन्होंने भी गांव में मलेरिया फैलने की बात दोहराई है. संजय ने बताया कि गांव में लगी नलजल योजना ठप पडी है, ग्रामीण झेरिया का पानी पी रहे हैं. संजय ने गांव में पेयजल संकट होने का दावा किया है.
प्रशासन बेखबर
आमामोरा में मलेरिया फैलने की जानकारी से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य अमला पुरी तरह बेखबर है, संजय के अनुसार गांव में पदस्थ मितानिन द्वारा इसकी जानकारी कुछ दिन पहले दौरे पर पहुंची स्वास्थ टीम को दी थी, लेकिन जिले के जिम्मेदार अधिकारियों ने जानकारी से साफ इंकार किया है.
भेजी जायेगी टीम
जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी एऩआर नवरत्ने ने कहा कि उन्हें संजय नेताम के जरिए इसकी जानकारी मिली है. स्वास्थ्य अमले को आज ही आमामोरा के लिए रवाना किया जाएगा. जरुरत पड़ने पर स्वास्थ्य कैंप भी लगाया जायेगा,