गोपाल कृष्ण नायक, खरसिया. रायगढ़ जिला के खरसिया विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले गंभीर लापरवाही सामने आई है. यहां के बीएमओ ने गंभीर लापरवाही बरती है. कोरोना हॉटस्पॉट शहर कटघोरा ब्लड टेस्ट करने गए दो लैब टेक्नीशियनों को बिना सेनेटाइज किए अस्पताल बुला लिया और उनसे फोटो खिंचवाया. इस दौरान उनके साथ अन्य स्टॉफ मौजूद थे. ऐसे में टेक्नीशियनों का लोगों से मिलना भारी पड़ सकता है.
मिली जानकारी के मुताबिक, कोरबा जिले के कोरोना हॉटस्पॉट शहर कटघोरा में ब्लड टेस्ट के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले के दो लैब टेक्नीशियन गए हुए थे. जो 24 अप्रैल शुक्रवार को कटघोरा से वापस आ रहे थे. जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चपले के बीएमओ डॉ. सुरेश कुमार राठिया ने दोपहर लगभग 2.30 बजे घोर लापरवाही बरतते हुए हाल चाल जानने के लिए हॉस्पिटल बुला लिया. साथ ही ड्यूटी में मौजूद सभी कर्मचारियों को बुलाकर दोनों लैब टेक्नीशियन के साथ बाकायदा फोटो सेशन भी कराया गया.
आपको बता दें कि लैब टेक्नीशियन जिस वाहन से यात्रा कर वापस आये थे, उसे बिना सेनेटाइज किये ही चपले हॉस्पिटल में प्रवेश करा दिया गया. साथ ही एक पुरुष लैबटेक्नीशियन अपने परिचित परिवार से मिलने पुराना हॉस्पिटल चपले भी गया. बात यही पर खत्म नहीं हुई, दोनों लैब टेक्नीशियन पुराने हॉस्पिटल के कॉलोनी में दोपहर का खाना खाकर भी चले गए.
कोरोना संक्रमण के इस विषम परिस्थिति में बीएमओ के इस घोर लापरवाही के कारण सामुदायिक केंद्र के अन्य स्टॉप या चपले के अन्य क्षेत्रीय लोग कोरोना से संक्रमित होते हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? बहरहाल अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इस संवेदनशील मामले में क्या कार्रवाई करती है.
जानकारी जुटाया जा रहा है
एसडीएम गिरीश रामटेके ने कहा कि मामला मेरी जानकारी में हैं, दोनों लैबटेक्नीशियन किन-किन लोगों से मिले हैं, जानकारी जुटाया जा रहा है. दोनों होम आइसोलेशन में चले गए हैं.